बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) ग्राम सरकार के संग्राम की प्रथम चरण की नामांकन प्रक्रिया के बाद अब महापौर को लेकर मशक्कत तेज हो गई है प्रत्याशी और उनके समर्थक आला नेताओं के दरवाजे पर दस्तक देने भोपाल की दौड़ लगाकर डेरा डाल रखे हैं 11 जून को स्थानीय निकाय के लिए अधिसूचना जारी होगी भाजपा से प्रगति सिरपुरकर तो कांग्रेस से पूर्व नगर निगम अध्यक्ष गौरी दिनेश शर्मा के नाम सबसे ऊपर हैं भाजपा की प्रमुख दावेदार प्रगति सिरपुरकर मराठी लेखिका है लेकिन उनका बुरहानपुर में जमीनी राजनीति से दूर का भी वास्ता नहीं है वह भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे द्वारा प्रोजेक्ट की गई दावेदार हैं जबकि कांग्रेस की गौरी दिनेश शर्मा जमीनी राजनीति से सीधा वास्ता है दो बार की पार्षद के साथ नगर निगम परिषद की अध्यक्ष होने से दफ्तरी कामकाज का अच्छा अनुभव होने से कांग्रेस ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाना तय किया है लेकिन भाजपा की प्रमुख दावेदार प्रगति सिरपुरकर पार्टी के भरोसे चुनाव मैदान में होंगी समय कम होने के साथ मंथन भी त्वरित रूप से जारी है वैसे तो भाजपा में सबसे अधिक दावेदारों की सूची रही लेकिन पार्टी ने सिरपुरकर के नाम पर तवज्जो दी और ऐसे माना जा रहा है कि पार्टी उनके नाम पर मुहर लगाएगी वही कांग्रेसमें भी दावेदारों की सूची कम नहीं थी लेकिन गौरी शर्मा सबसे भारी दावेदार के रूप में सामने आई और इसी नाम पर पार्टी हाईकमान भी मंथन कर उन्हें ही प्रत्याशी घोषित करेगा ऐसा माना जा रहा है परंतु गुरुवार को बदलते राजनीतिक समीकरण में कांग्रेस का एक गुट पूर्व विधायक एवं कांग्रेश के प्रदेश उपाध्यक्ष हमीद काज़ी के नेतृत्व में भोपाल पहुंचा और बुरहानपुर महापौर पद से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देने की मांग करते हुए कांग्रेस नेता पूर्व पार्षद नफीस मंशा खान की पत्नी शहनाज नफीस मंशा को टिकट देने की मांग कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के समक्ष रख कर सभी को अचरज में डाल दिया अचानक गुटीय राजनीति के फेरबदल में यह नाम सामने आने से राजनीति गरमा गई है जबकि गौरी दिनेश शर्मा के नाम पर सभी की सहमति बनी लेकिन हमीद क़ाज़ी रिंकू टॉक पूर्व विधायक रविंद्र महाजन नफीस मंशा को साथ लेकर बड़े नेताओं से मिले अब जबकि दावेदारों के नामों पर अंतिम मोहर का समय है जब यह मांग मुस्लिम अल्पसंख्यक के रूप में सामने आई है जो पार्टी हाईकमान के लिए भी विचारणीय है भाजपा कांग्रेस के साथ प्रमुख रूप से तीसरे विकल्प के रूप में आप पार्टी की महापौर दावेदार प्रतिभा संतोष सिंह दीक्षित भी लगातार लंबे समय से जमीनी राजनीति कर लोगों के बीच में है जो इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी अब जबकि भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा करे तो महापौर का यह दंगल आरंभ होकर नए समीकरण सामने आने लगेंगे।