बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) बंद कमरों में बैठ बड़े अधिकारी शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर कोई भी निर्णय ले ले उससे यातायात व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आएगा क्योंकि जब तक मैदानी अमला मुस्तादी से रोड पर उतरकर ईमानदारी से कार्य नहीं करेगा तब तक सुधार की कोई उम्मीद नहीं यातायात समिति की पहले भी अनेकों बैठक हुई प्लान बने लेकिन समस्या जस की तस छोटे बड़े वाहन चालकों में नियमों को लेकर कोई डर नहीं अब भी बड़े वाहन प्रतिबंधित समय में शहर और बाजार की सीमा में बे रोकटोक प्रवेश कर रहे हैं और जिम्मेदार तमाशा देख मौन है भीड़ भाड़ के समय प्रात 9 से दोपहर 1बजे तक और शाम 4 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक शहर के भीतर बड़े वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है बावजूद इसके शनवारा जयस्तम इकबाल चौक अनाज मंडी में बड़े वाहन प्रवेश करते देखे जा सकते हैं इन वाहन चालकों को ट्रैफिक विभाग का कोई डर नहीं बे रोकटो बड़े वाहन प्रवेश करते देखे जा सकते हैं इस प्रतिबंधित समय में ट्रैफिक विभाग कोई मॉनिटरिंग नहीं करता जिससे साफ जाहिर है कि यहां नगद नारायण का सीधा खेला है तब ही तो जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं शहर की यातायात व्यवस्था में जहां प्रतिबंधित समय में बड़े वाहनों के प्रवेश की बात हो या फिर शहर के भीतर पार्किंग हो या फिर अनाज मंडी में अवैध ऑटो पार्किंग कमल टॉकीज क्षेत्र में अवैध ऑटो और टीवी अस्पताल तहसील कार्यालय के समक्ष वाहनों की पार्किंग जैसी समस्या सूबेदार नागेंद्र सिंह के पदभार ग्रहण करने के बाद और बढ़ गई है उनका डर ना तो अवैध पार्किंग करने वालों को है और ना ही अपने स्टाफ को यही कारण है कि अब शहर पूरी तरह अवैध वाहन पार्किंग का अड्डा बन गया है जब तक विभाग का कमांडर दमदार नहीं होगा तब तक किसी भी व्यवस्था में सुधार मुश्किल है फिर उच्च अधिकारी बंद कमरों में बैठकर कितनी ही माथा पच्ची कर ले सुधार मुमकिन नहीं है।