बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शासकीय नंदकुमार सिंह चौहान जिला अस्पताल के कबाड़ कांड के बाद यहां कोरोना काल में शासकीय मदों में आने वाली करोड़ों की राशि की बंदरबांट यहां पदस्थ रहे आरएमओ डॉ प्रतीक नव्लखे के द्वारा किए जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस इस मामले की जांच में तेजी से जूटी तो सामने आया कि चौथा स्तंभ कहलाने वाले पत्रकारों की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है राजेश निंबोरकर संजय दुबे गोपाल देवकर ऐसे पत्रकार जो यूट्यूब के साथ प्रदेश के नामचीन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानों से जुड़े होने के चलते इन पत्रकारों ने यह सोच की हम पत्रकार हैं हमारा कौन क्या बिगड़ेगा इस कांट में मुख्य आरोपी रहे डॉ प्रदीप नव् लखे के साथ मिलीभगत कर लाखों और करोड़ों के बिल फर्जी संस्थानों के नाम से लगा कर राशि का आहरण अपने खतों में करा कर एश में लग गए लेकिन कबाड़ कांड के साथ रोगी कल्याण शासकीय मदों में आने वाली 8 करोड़ 45 लाख की राशि में जब बंदरबांट का मामला सामने आया तो जिले के पुलिस कप्तान राहुल कुमार ने पत्रकारों के इस मुगालते को दूर कर दिया और राजेश निंबोरकर संजय दुबे के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया इस मामले की जांच में गोपाल देवकर और उनकी पत्नी के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की जानकारी स्वयं पुलिस अधीक्षक ने दी है 8 करोड़ 45 लाख के इस मामले में कोई 65 से अधिक लोगों के सामने आने की उम्मीद है जिसमें जिला अस्पताल के बाबू निम्न सफाई कर्मचारी लेखा शाखा के मुख्य बाबू के साथ कुछ और बड़े नाम जिनमें मीडिया और नेताओं के हैं सामने आने की उम्मीद है पुलिस ने जिला अस्पताल के अकाउंट शाखा के मुख्य लिपिक को 6 लाख नकदी के साथ गिरफ्तार किया है कांग्रेस के एक नेता संदीप जाधव पर भी मामला दर्ज होने की जानकारी है इनके द्वारा भी कोई 60 लाख रुपए के फर्जी बिल लगाकर राशि का आहरण किया गया है पुलिस इस मामले में बहुत बारीकी से जांच पड़ताल तो कर रही है लेकिन इसकी धीमी गति संदिग्धों को फरार होने और कानूनी सहायता लेने में भी मदद कर रही है इसी का परिणाम है कि कुछ संदिग्ध शहर से फरार होकर अग्रिम जमानत के लिए जबलपुर में डेरा डाल रखा है इसलिए यहां यह आवश्यक है कि पुलिस संदिग्धों की गिरफ्तारी तुरंत कर पूछताछ करे तो इस बंदरबांट मामले के बाकी संदिग्ध भी पुलिस गिरफ्त में जल्द होंगे।