बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नगर सरकार के सत्ता में आए लगभग 2 वर्ष का समय बीतने को है सत्ता पाने के लिए चुनाव में जात-पात जाति धर्म के खेल खेल कर पदासीन तो हो गए लेकिन दो वर्ष होने को है इसके बाद भी शहर की सड़कों गली मोहल्लों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है घर से लेकर बाजार और बाजार से लेकर घर तक गली मोहल्ले का कोई मार्ग ऐसा नहीं जहां आराम से चला जा सके जहां पैदल चलना मुश्किल वहां दो पहिया वाहन की बात दूर की टूटी फूटी गलियों और सड़कों पर गंदगी का अंबार स्वच्छ भारत को मुंह चिढा रहा है वार्डों में विकास ठप है परिषद की बैठकों का कोई ठिकाना नहीं केवल राजनीति, जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं मान्दय के नाम पर निगम कोष को घाटा ऐसी है नगर सरकार नगर सरकार की मुखिया है कि अपनी पार्टी की सत्ता प्रदेश में और देश में होने के बावजूद दो वर्षों में शहर की समस्याओं को हल करने में नाकाम दिखाई दे रही है जल आवर्धन और सीवरेज योजना ने शहर का कबाड़ा कर रखा है पर यह योजना है कि इसका काम पूरा होता दिखाई नहीं देता अब भी जल आवर्धन का बड़ा काम बाकी है योजना के नाम पर टंकिओं का निर्माण दिखाई दे रहा है पर इस से पानी 7 वर्ष में भी शहर वासियों को नहीं मिला है कब यह काम मुकम्मल होगा पता नहीं अनेक बार काम की डेट लाइन बढ़ चुकी है सीवरेज सिस्टम फेल नजर आ रहा है चेंबर से मुख्य मार्गों पर गंदा पानी बहना और उससे बचकर निकलना अब शहर वासियों की आदत बन गया है लेकिन नेता है कि इस का श्रेय लेने में पीछे नहीं ऐसी अनेकों समस्याएं हैं जिस से शहर वासी जूझ रहे हैं लेकिन जिम्मेदार नेताओं का क्या वह तो जात-पात धर्म जाति का बटवारा कर सत्ता तक पहुंच गए और अब एयर कंडीशन के दफ्तर में महंगी कारों का आनंद लेकर पदों को सुशोभित कर रहे हैं उन्हें जनता की क्या चिंता हम तो जीत गए बाकी सब जाएं भ,,,,,,,में ?