बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिले का एक और बहुचर्चित आदिम जाति कल्याण विभाग घोटाला इसमें परत दर परत पुलिस की जांच में आरोपियों के नाम सामने आ रहे हैं इसी कड़ी में पुलिस ने रविकांत सिंगार को झाबुआ से गिरफ्तार कर उससे दस लाख की राशि जप्त की गई है इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार के द्वारा आरोपी रवि कांत सिंगार को मीडिया के समक्ष पेश कर जानकारी देते हुए बताया गया कि आरोपी के खाते में तीस लाख से अधिक की राशि शासकीय खाते से डाले जाना पाया गया है पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी की माता वर्ष 2012 से 17 के बीच आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक अकाउंटेंट के पद पर पदस्थ थी इसी समय यह राशि आरोपी के खाते में डाली गई थी अभी इस मामले में विवेचना जारी है और भी आरोपी सामने आने की उम्मीद है फरार आरोपियों के संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनकी संपत्तियों की जांच की जा रही है इस को लेकर कोर्ट के माध्यम से कुर्की की भी कार्यवाही होगी इस घोटाले के दसवें आरोपी और उसके संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैंक खातों की जांच में आरोपी का नाम सामने आने से उसे गिरफ्तार कर एक लाख नगद जब्त किए गए हैं शेष राशि भी आरोपी से वसूल की जाएगी उन्होंने बताया कि शासकीय राशि गबन मामले में मुख्य आरोपी राजेश साहू कारे के द्वारा बैंक मैनेजरओं से मिलीभगत कर वह राशि का गबन करता रहा है अभी एक बैंक मैनेजर को इंदौर से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है अन्य बैंक मैनेजर और सहायक आयुक्तों के कार्यकाल के दस्तावेजों की जांच की जा रही है प्रमाण मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी।