बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिले में पदस्थ भ्रष्ट अधिकारी जिस प्रकार निडर होकर रिश्वत का खेल खेल रहे हैं इससे ऐसा लगता है कि इंदौर लोकायुक्त पुलिस को अपना एक दफ्तर यहां भी खोल लेना चाहिए ताकि पीड़ितों को उनसे संपर्क करने में आसानी हो यह जिले का पहला मामला नहीं अब तक सैकड़ों मामलों पर लोकायुक्त पुलिस कार्यवाही कर चुकी है कुछ दिन पूर्व नगर निगम के यंत्री पर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही की गई थी अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ कि सोमवार को फिर आजीविका मिशन की परियोजना प्रबंधक सरिता स्वामी ₹25000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ी गई है इंदौर लोकायुक्त इस मामले में कार्रवाई कर रहा है परियोजना प्रबंधक द्वारा ब्लॉक प्रबंधक विजय पवार के एरियर की राशि निकालने के एवज रिश्वत मांगी गई थी 40, हजार की रिश्वत ब्लॉक प्रबंधन की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही जारी है अवैध निर्माण पर सीधा बुलडोजर लेकिन शासकीय कार्यालयों में बैठकर रिश्वत की मांग करने वाले भ्रष्टाचारियों का मौके पर जमानत और अपने कर्तव्य पर बहाल यह दोहोरी नीति ही शासकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है जिस पर शासन प्रशासन को विचार करना चाहिए।