बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) प्रदेश का सबसे बड़ा दूसरे नंबर का बस स्टैंड बुरहानपुर में है जिसके निर्माण पर लाखों खर्च किए गए लगभग 40 वर्ष पूर्व निर्मित हुए इस बस स्टैंड का विशाल प्रतीक्षालय है परंतु वर्तमान में स्थानीय नगर निगम प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के चलते यात्री प्रतिक्षालय अतिक्रमण की चपेट में है यहां स्थित दुकानदारों और अन्य लोगों के द्वारा अवैध रूप से दुकानें लगा कर यात्रियों के बैठने के स्थान पर कब्जा कर लिया है जिसके चलते यहां यात्रियों को बैठने का कोई स्थान नहीं बचा है एक मां अपने बच्चों को खुले मैदान में धूप से बचाने के लिए सीमेंट बेंच के नीचे बच्चों को बैठा कर तपती धूप में बैठ अगली यात्रा का इंतजार करती नजर आई लेकिन नगर निगम प्रशासन परिसर से अतिक्रमण हटाने में विफल है इससे पूर्व भी समाचार पत्रों में खबरों के माध्यम से नगर निगम प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया है परंतु प्रशासन के कानों पर कोई जूँ नहीं रेंग रही है परदेस का सबसे बड़ा बस स्टैंड होने का गौरव रखने वाला यह बस स्टैंड अपनी पहचान खोता चला जा रहा है यहां यात्रियों के बैठने पीने के पानी और साफ सफाई नहीं होने से अनेक अव्यवस्थाएं फैली हुई है बुरहानपुर बस स्टैंड से अन्य प्रांतों की बसों का भी संचालन होता है जिसके चलते यहां आवागमन भी अधिक है परंतु केवल प्रशासनिक व्यवस्था के ठीक नहीं होने से यहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि यात्रियों को अपने बच्चों को धूप से बचाने के लिए खुले मैदान में बनी सीमेंट बेंच के नीचे बैठा कर धूप से बचाने को मजबूर होना पढ़ रहा है।