बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शहर के मध्य से बहने वाली ताप्ती नदी शहर के किसानों के लिए सिंचाई का मुख्य साधन है खरीफ की फसल गेहूं व अन्य उपज के लिए क्षेत्र का किसान सिंचाई करता है लेकिन देखा जा रहा है कि नवंबर माह से ही ताप्ती नदी का जल स्तर तेजी से कम होकर तथा दोनों पाठ सिकुड़ रहे हैं जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है ताप्ती नदी के गिरते जल स्तर पर मुख्य रूप से यह बात सामने आ रही है कि सिंचाई विभाग सहित जिम्मेदार विभागों के द्वारा समय रहते वर्षा के बाद यहां बोरी बंधान कार्य नहीं होने से तेजी से नदी का जल वयर्थ बह रहा है ज्ञात हो कि ताप्ती नदी के जल का जहां क्षेत्र के किसानों के द्वारा सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है वही नदी में जल बहाओं बना रहने से नदी किनारे की बावडिय़ां कुएं और नलकूप पर भी अधिक समय तक जीवित रहकर जल उपलब्ध कराते हैं लेकिन इस वर्ष समय पर बोरी बंधन पर विभाग के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया वहीं नदी किनारे लगे ग्राम और वहां की जल समितियों ने भी शासन के पानी रोको अभियान पर भी ध्यान नहीं दिया जिसका परिणाम है कि है समय से पहले नदी का जलस्तर गिरने लगा है जिससे किसानों को होने वाली परेशानी के साथ यहां के कुएं बावड़ी और नलकूपों का जलस्तर भी गिरने लगा है ताप्ती नदी के जल का उपयोग जहां खेती किसानी के कार्य में होता है वही इस नदी के किनारे नगर निगम के नलकूप भी हैं जिन से शहर के एक बड़े भाग को पेय जल उपलब्ध होता है नदी का जलस्तर यदि इसी प्रकार गिरता रहा तो इन नलकूपों की सेहत पर भारी असर पड़ेगा जिससे नगर निगम की जल प्रदाय व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित होगी जहां ताप्ती नदी बोरी बंधान नहीं बनाए गए वहीं इस नदी पर बने अनेक स्टॉप डेम के गेट भी अब तक बंद नहीं किए गए हैं जिससे भी इस के जलस्तर में कमी का कारण बन रहा है नदी के जल स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि जिम्मेदार विभाग अब भी ध्यान दें तो ताप्ती के कम होते जलस्तर को रोका जा सकता है।