बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) प्रदेश का किसान लंबे समय से मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू करने की मांग कर रहा है इसको लेकर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल यह मुद्दा दोबारा लोकसभा में उठा चुके हैं बावजूद इसके प्रदेश सरकार इस योजना को प्रदेश में लागू करने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू है, यह मौसम आधारित फसलों को खराब होने से मुआवजे की राशि मिल जाती है परंतु मध्य प्रदेश की सरकार अब तक इस योजना को लागू नहीं कर सकी है। मध्य प्रदेश में केला और तरबूज की फसल मौसम आधारित फसल की श्रेणी में है, वर्तमान में खकनार ब्लाक में सैकड़ो एकड़ में लगी तरबूज की फसल पर वायरस का अटैक होने से पूरी फसल खराब होने से काश्तकारो का लाखों का नुकसान हुआ है जिसके चलते प्रभावित काश्तकारों ने कलेक्टर से मिलकर मुआवजे की गुहार लगाई है। मध्य प्रदेश सरकार फसल आधारित बीमा योजना लागू करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर नहीं भेज रही है जिस के चलते प्रदेश के केला एवं तरबूज की फसल लगाने वाले काश्तकारो का नुकसान हो रहा है। भाजपा ने चुनाव में वादा किया था परंतु वह अब अपने वादे पर अमल नहीं कर रही है। खंडवा संसदीय क्षेत्र में हजारों एकड़ भूमि पर केले की फसल लगाई जाती है जहां हर साल केले में सीएमबी वायरस से केले की फसल को नुकसान होता है, इस बार तरबूज की फसल पर भी वायरस का अटैक होने से सैकड़ो एकड़ में फसल खराब होने से क्षेत्र के काश्तकारो को लाखों का नुकसान हुआ है, तरबूज का काश्तकार अपनी खराब हुई तरबूज की फसल को उखाड़ कर फेंकने को मजबूर है।