बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) पावरलूम बुनकर और टैक्सटाइल एसोसिएशन के बीच कपड़ा उद्योग को संचालित करने के लिए मजदूरी तय करने को लेकर वर्षों पुरानी परंपरा उस समय टूटती नजर आई जब मंगलवार को श्रम आयुक्त की मध्यस्थता से बुनकर संघ मजदूर यूनियन के नेता और टैक्सटाइल एसोसिएशन के सदस्य आमने-सामने बैठकर मजदूरी के मामले को हल करते लेकिन श्रम आयुक्त के समक्ष दोनों पक्ष बैठे लेकिन टैक्सटाइल एसोसिएशन ने दो टूक में किसी भी प्रकार के अनुबंध और मजदूरी बढ़ाने से पल्ला झाड स्व विवेक से निर्णय लेकर पुरानी परंपरा को ध्वस्त कर दिया जिसके चलते बुनकर संघ मजदूर यूनियन बढ़ती महंगाई बढ़ती बिजली की दरों व अन्य मामलों को लेकर कलेक्टर और श्रम आयुक्त से मजदूरी बढ़ाने की मांग कर रहा था लेकिन एसोसिएशन के अड़ियल रवैय्य से शहर में फिर पावरलूम हड़ताल के हालात बनते नजर आ रहे हैं इस बैठक की विडंबना यह है कि श्रम आयुक्त टैक्सटाइल एसोसिएशन पर मजदूरों की ओर से कुछ नहीं कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया इस बैठक के बाद बुनकर संघ और मजदूर यूनियन के नेता एवं अध्यक्ष रियाज अहमद अंसारी ने कहा कि यदि प्रशासन ही नहीं चाहता कि शहर का उद्योग सुचारू रूप से चले तो फिर हम त्योहारों के बाद हड़ताल कर आंदोलन करेंगे जिसकी जवाबदारी श्रम विभाग और प्रशासन की होगी क्योंकि शहर की यह वर्षों पुरानी परंपरा है कि वर्ष में एक बार दोनों पक्ष आपस में बैठकर मजदूरी तय करते आए हैं ऐसा पहली बार हुआ कि टेक्सटाइल एसोसिएशन ने जिम्मेदार अधिकारियों के समक्ष इस प्रकार की बात की है बढ़ती महंगाई बढ़ते बिजली के बिल बुनकर की कमर तोड़ रहे हैं ऐसे में मजदूरी का बढ़ना स्वाभाविक है लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो बुनकर हड़ताल कर आंदोलन करेगा शहर में लगभग 40 हजार पावरलूम संचालित होते हैं जिस से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष एक लाख लोगों को रोजगार मिलता है शहर की धड़कन थमने से यह लोग भी रोड पर उतरकर आंदोलन करेंगे जिसका असर शहर की शांति व्यवस्था पर भी पड़ेगा।