बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) टीबी रोग संक्रमण से फैलने वाला रोग है जिसके चलते टीबी अस्पताल मुख्य भवन से हटकर बनाया जाता है तथा इस वार्ड की संपूर्ण व्यवस्थाएं भी पृथक से संचालित होती है परंतु बुरहानपुर इकलौता ऐसा जिला होगा जहां जिला अस्पताल के मुख्य भवन में टीबी के संक्रमित मरीजों का वार्ड बनाकर उन्हें भर्ती कर उपचार किया जा रहा है जिसके चलते जिला अस्पताल के अन्य वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन टीवी के मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित होकर यहां टीबी मर्ज बढ़ रहा है परंतु प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों का भी इस और ध्यान नहीं है यह कैसी विडंबना कि 32 करोड़ के इस अस्पताल में टीबी रोग के मरीजों के लिए अलग से वार्ड का निर्माण नहीं किया गया टीबी को लेकर मिली जानकारी के अनुसार टीबी से संबंधित एक माह में लगभग 150 मरीज बलगम की जांच जिला अस्पताल पहुंचकर करवाते हैं जिस में 50% से अधिक मरीजों की पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने पर उनका प्रथम दृष्टि का उपचार शुरू किया जाता है इसी प्रकार लगभग 150 मरीजों की जांच निजी अस्पतालों से यहां भेजी जाती है जिसमें भी 50% रिपोर्ट पॉजीटिव आई जाती है जिसके चलते वर्ष भर में 1000 से अधिक मरीज यहां टीबी रोग से ग्रस्त हो रहे हैं लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस खतरे से आंखें मूंद बैठे हैं दूसरी सबसे बड़ी विडंबना यह भी है कि हर माह 100 से अधिक मैरिज टीबी रोग के पाए जा रहे हैं फिर भी जिला अस्पताल में छाती रोग विशेषज्ञ का पद वर्षो से रिक्त है प्रभार के रूप में अन्य डाक्टर मरीजों को देख रहे हैं जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वह इस और ध्यान देकर व्यवस्था में सुधार लाना चाहिए।