बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिला अस्पताल में सफाई की व्यवस्था ठेके पर है जिस के चलते 44 कर्मचारी यहां कार्यरत है, जिला अस्पताल के कबाड कांठ के बाद यहां उजागर हुए आर्थिक घोटाले के बाद से सफाई कर्मचारीयों को 4 माह से वेतन नही देकर उनसे काम लिया जा रहा है, वेतन को लेकर सफाई कर्मचारीयों को अनेक बाद कोरे आश्वासन अस्पताल प्रशासन की ओर से दिए गए लेकिन चार माह से वेतन नही मिलने पर अब शनिवार से काम बंद कर हडताल पर चले गए है, जिस से अस्पताल की सफाई व्यवसथा गडबडा जाऐगी। सफाई कर्मचारीयों के हडताल पर चले जाने की खबर जैसे ही सीएचएमओ को लगी तो वह कर्मचारीयों से चर्चा करने जिला अस्पताल पहुंचे तथा कर्मचारीयों को आश्वस्थ किया कि वह सिविल सर्जन से बात कर शीघ्र वेतन दिलाने की व्यवस्था करेगे, परंतु कर्मचारीयों ने सीएचएमओ को दो टूक में कहा कि जब तक उन्हें चार माह का वेतन नही मिलेगा तथा उनके पीएफकी समस्या हल नही होगी वह काम पर नही लौटेंगे। कर्मचारीयों ने बताया कि कोरोना काल में उन्होने अपनी जान जोखम में डालकर यहां काम किया उसके बाद भी उनकी ओर अस्पताल प्रशासन का कोई ध्यान नही है। दरअसल सफाई कर्मचारीयों के वेतन का मामला यह है कि ठेकेदार को रोगी कल्याण समिति के मद से पैसा दिया जाता है जिस के बाद ठेकेदार कर्मचारीयों के वेतन का भुगतान करता है परंतु यहां मामला यह है कि जिला अस्पताल में कबाड कांठ के बाद यहा करोडो के आर्थिक मामले भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने से रोगी कल्याण समिति सहित शासकीय मदो में आने वाली करेाडो रूपये से सम्बंधित सभी रिकार्ड जांच के लिए जप्त होने पर रोगी कल्याण के मद से ठेकेदार को भुगतान नही होने से सफाई कर्मचारीयों को वेतन नही मिल रहा है, ऐसे में अब सफाई कर्मचारीयों के पास हडताल एक मात्र विकल्प है। जिला अस्पताल के द्वारा कर्मचारीयों को वेतन के लिए कोई दूसरा विकल्प नही होने से यह स्थिति बन रही है। इस मामले में जिला कलेक्टर के द्वारा भी कोई पहल नही की गई है, अब कर्मचारी वेतन के बाद ही काम पर लौटने की बात कह रहे है।