बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शासन की ढेरों ऐसी योजनाएं हैं जिनके माध्यम से बेरोजगारों को रोजगार एवं स्थान उपलब्धि कराया जाता है परंतु शहर में ऐसे अनेक कारीगर हैं जिनका कोई पुरसानेहाल नहीं है उनमें से रस्सी बनाने और उसमें अपना हुनर दिखाने वाले कारीगर वर्षों से सड़क किनारे बैठ कर रस्सी बनाने का काम कर रहे हैं जिन्हें अपने काम के लिए कोई स्थान नहीं होकर शासन की किसी योजना का कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है इन पर सरकार के किसी विभाग की कोई नजर नहीं है और ना किसी राजनीतिक पार्टी ने इन की समस्याओं को जानने का प्रयास किया आलमगंज में यह परिवार वर्षों से इसी प्रकार रोड के किनारे बैठ कर नाथ और रस्सी बनाने के काम को अंजाम दे रहे हैं राजनेताओं को इनके विकास की कोई चिंता नहीं वोट लेने जरूर इन तक पहुंचते हैं उनकी समस्या सुन कोरा आश्वासन देकर लौट जाते हैं और उनके कोरे आश्वासन पर भरोसा कर उन की झोली में अपना वोट डालकर वह उम्मीद कर बैठता है कि आने वाले समय में यह नेता उनकी समस्याओं पर ध्यान देकर उनका भला करेंगे परंतु इस उम्मीद में वर्षों बीत गए लेकिन इन मजदूरों का कोई विकास नहीं हुआ प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास की बात तो करती है पर इस गरीब मज़दूरों को काम के लिए उचित स्थान नहीं दिला पाए है या परिवार रोड किनारे बैठ अपनी रोजी कमा रहे हैं वर्तमान में आधुनिक मशीनों आजाने से इनके व्यवसाय को बड़ा धखा लगा है यदि सरकार रोजगार मूलक किसी योजना में इन्हें शामिल कर आर्थिक सहायता और स्थान उपलब्ध कराए तो यह रस्सी बनाने वाले मजदूर को भी सम्मान मिलेगा।