बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) समय के साथ टे्रफिक व्यवस्था और वाहनों की गति पर लगाम लगाने के लिए विभाग भी आधूनिक हुआ है और नई तकनीकी उपकरणो को साथ लेकर मैदान में है। ऐसी ही आधूनिक उपकरण स्पीड राडार गन बुरहानपुर के यातायात विभाग को कोई एक वर्ष पूर्व मिला लेकिन इस का उपयोग नही हुआ। लाखों रूपये मूल्य का यह उपकरण एक्सीडेंट रोकने के लिए कारगर है। इस उपकरण के माध्यम से रोड पर दौडने वाले वाहनों की गति को नाप उन्हें रोक किसी भी र्दुघटना से बचाया जा सकता है। यहां वर्ष भर में तेज गति के चलते सैकडो र्दुघटनाऐं हो चुकी है लेकिन यातायात विभाग इस का उपयोग नही कर सका और अब कोई एक वर्ष से धूलचाट रही इस स्पीड राडार गन को रोड के दर्शन कराकर लोगों के चालान बनाने की कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। मंगलवार को ट्रेफिक सूबेदार स्पीड राडार गन लेकर बिटिया रोड पर पहुंचे यहां इस उपकरण को रोड पर रखकर वहां से गुजरने वाले वाहनों की गति को नापा गया तथा उन्हें रोक कर लोगों से एक हजार रूपये चालान वसूलने की कार्यवाही की गई जिस से दो पहिया और चार पहिया वाहन चालको में हडकंप मच गया। बुरहानपुर पुलिस के ट्रेफिक विभाग को यह गन लगभग एक वर्ष पूर्व मिल चुकी थी परंतु इस का उपयोग विभाग के द्वारा क्युं नही किया गया यह तो सूबेदार जाने पर जिस प्रकार वाहन चेकिंग के नाम पर हाईवे पर डेरा डाल वसूली अभियान चलाया जाता है तो अगर साथ में स्पीड गन का उपयोग किया जाता तो अनेक वाहन चालको को सीमित गति की सीख मिलने से एक्सीडेंट के मामलो पर भी प्रभाव पडता और वाहनो की तेज गति को लेकर होने वाली मौतों पर भी ब्रेक लगाया जा सकता था लेकिन सूबेदार तो ठेहरे बुरहानपुर के सिंघम भला—-?