बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) खंडवा लोकसभा उपचुनाव में चार जिलों की आठ विधानसभा के 19 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर भाजपा कांग्रेस के प्रत्याशीयों के भागय का फैसला करेगे। इस के लिए र्निवाचन की ओर से सभी तैयारीयां पूरी कर मतदान दलों को मतदान केन्द्र तक पहुंचा दिया गया है। लगभग पांच हजार कर्मचारी जिले के 813 मतदान केन्द्रो पर तैनात किए गए है जिन के साथ दो हजार पांच सौ अर्ध सैनिक बलों को भी लगाया गया है, भाजपा कांग्रेस के बीच इस उपचुनाव में सीधा मुकाबला है दोनों पार्टीयों की ओर से प्रचार में कोई कमी नही छोडी गई है, लेकिन उन्हें अपने ही लोगों से खतरा होने का डर सता रहा है। ऐसे में दोनों प्रत्याशीयों की सांसे फूली हुई नजर आ रही है। बुधवार को सार्वजनिक रूप से प्रचार थमने के बाद मतदाताओं को साधने का राजनैतिक पार्टीयों को अच्छा मौका हाथ लगा है, तीन दिन से राजनैतिक पार्टीयों के समर्थक मतदाताओं को साधने के पूरे प्रयास कर रहे है, जिस के चलते दोनों ही प्रत्याशी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। ऐसे में अब यह डर भी उन्हें सता रहा है कि कही अपने ही उनकी लुटीया नही डूबों दे क्युं कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद से जहां कांग्रेस के एक गुट निराश हुआ वहीं दूसरी ओर भाजपा में देरी से प्रत्याशी घोषित होने और चौका देने वाला सामने आने से यहां भी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच दूरीयां बढी दिवंगत संसद के पुत्र को टिकिट मिलने की प्रबल संभावना होने के बाद ज्ञानेश्वर पाटिल का नाम सामने आने से दिवंगत सांसद पुत्र का मनोबल गिरने के साथ झटका लगा जिस से वह लंबे समय तक प्रचार से दूर रहे अब ऐसे में अफवाहो ने जन्म भी लिया खैर अब चुनाव अंतिम पडाव पर होकर शनिवार को मतदान होना है, देेखे क्या परिणाम 2 नवंबर को सामने आते है इस का सभी को इंतेजार है।