बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) लोकसभा उपचुनाव को लेकर चल रहा चुनाव प्रचार बुधवार शाम थम गया। चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत यह पहला अवसर है जब चुनाव प्रचार मतदान से 60 घंटे से अधिक समय पूर्व थम गया है। अब प्रत्याशी और उनके समर्थक सार्वजनिक रूप से प्रचार नही कर सीधे तौर पर मतदाताओं से डोर टू डोर सम्र्पक कर सकते है। इस बीच मतदाता भी मतदान को लेकर अपना आत्मलोकन कर मतदान के लिए तैयार हो सकेगा। मतदान पूर्ण रूप से निष्पक्ष तरीके से कैसे हो इस के लिए प्रशासन के द्वारा अपनी तैयारीयों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। खंडवा लोकसभा उपचुनाव के लिए शनिवार 30 अक्टूबर को प्रात: 7 से शाम 6 बजे तक वोट डाले जाऐगे। लोकसभा का यह उपचुनाव राजनैतिक दलों की ओर से हवा हवाई मुद्दो के साथ लडा गया। इस चुनाव में स्थानीय और विकास के मुद्दे पूरी तरहां से गायब रहे नेताओं की जुबानी जंग और एक दूसरे पर आरोप प्रति आरोप तक ही सीमित रहा। महंगाई और विकास के मुद्दें विपक्ष की ओर से पूरी तरहां गायब रहे विपक्षी दल क्षेत्र के मतदाताओं को यह बता ही नही पाया कि केन्द्र की भाजपा सरकार मंहगाई और बुनियदी विकास को लेकर पूरी तरहां नाकाम है। केवल वह हवा हवाई बातें कर आम जन को बेहला कर सत्ता संभाले हुए है। निमाड में युवाओं को रोजगार अच्छी शिक्षा का कोई उपाय नही है। मंहगाई को लेकर आम जीवन बुरी तरहां प्रभावित है। कोरोना काल के घाव भरने में सरकार विफल रही है। यह बताने में विपक्षी दल कांग्रेस पूरी तरहां नाकाम रही है। जब कि सत्ता पक्ष ने सरकार की योजनाओं को भुनाने का पूरा प्रयास किया है, लेकिन सत्ता पक्ष भी क्षेत्र विकास के स्थाई मुद्दे किसानों और केले को लेकर कोई उद्योग बुनकरों के लिए कोई योजना जिस से इस संसदीय क्षेत्र के बुनकरों को लाभ मिले यहां दो लाख से अधिक बुनकर पावरलूम व्यवसाय पर र्निभर है उसके लिए कोई योजना जैसी बात सामने नही आई है। केवल हवा हवाई मुद्दे इस चुनाव में गूंजते सुनाई दिए, जिस से उम्मीदवार कोई जीते यहां के मतदाताओं पर कोई असर नही पडेगा।