बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) वर्षा ऋतु समाप्त होने की ओर है अभी जिले की औसत वर्षा अपना टारगेट नहीं प्राप्त कर सकी है ऐसे में आने वाले समय में जल संकट की स्थिति अभी से दिखाई दे रही है समय रहते यदि इस स्थिति को आंक लिया गया तो ग्रीष्म ऋतु में जल संकट से निजात मिल सकती है इसके लिए जिले की प्रमुख ताप्ती और उतावली नदी पर बोरी बंधान जैसे कार्यों को किया जा सकता है यह दोनों ही नदियां अभी बह रही है और इस बहते जल को रोक कर जल स्तर बढ़ाया जा सकता है इसके लिए नगर निगम और जल संसाधन विभाग को कार्य योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है वर्षों पहले से ताप्ती नदी के पुराने पुल पर स्टॉप डेम्प बनाने की बात अनेक बार की जा चुकी है लेकिन अब तक इस और ध्यान नहीं दिया गया है जबकि हर वर्ष ग्रीष्मकाल में जिले को जल अभावग्रस्त जिला घोषित किया जाता है यह विदित है कि इससे पूर्व में तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा ताप्ती नदी के सत्यारा घाट पर बोरी बंधान कर बहते जल को रोका गया था उस वर्ष जिले को जलाअभाव ग्रसत जिला नहीं घोषित किया गया था बोरी बंधान से क्षेत्र के नलकुप और कुओं का जल स्तर बड़ा था इसको ध्यान में रखते हुए यदि ताप्ती नदी के जैनाबाद रपटे और ताप्ती के पुराने पुल पर बोरीबंधन जैसे कार्य को नगर निगम और जल संसाधन विभाग के द्वारा किया जाता है तो आने वाले समय में जिला जल अभावग्रस्त होने से बचाया जा सकता है।