बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शहर की खस्ताहाल सड़कों जल भराव और वार्डों में विकास को लेकर विपक्षी पार्षद सड़क पर आंदोलन कर नहीं थक रहे थे लेकिन परिषद सम्मेलन की तारीख तय होते ही विपक्ष के तेवर कुछ इस तरह ठंडे हो गए जैसे शहर की सभी समस्याओं का हल हो गया। 28 अगस्त को परिषद का सम्मेलन 10 माह के बाद होगा इसकी तैयारी को लेकर विपक्ष की कोई सुगबुगाहट दिखाई नहीं दे रही है, जबकि इस बैठक में बजट भी पेश किया जाना है विपक्ष की तैयारी को लेकर निगम के गलियारे सुने हैं शहर में समस्याओं का अब भी अंबार है साफ सफाई व्यवस्था चौपट है निगम से मिलने वाली अन्य सुविधाओं के लिए हितग्राही निगम के चक्कर काटकर परेशान है अधिकारी मिलने को तैयार नहीं जरूरतमंद जाए तो कहां जाए विपक्ष भी निगम से नदारत है, परिषद सम्मेलन में करोड़ों के नए प्रस्ताव रखे जाने हैं जो एमआईसी पहले ही पारित कर चुकी है परिषद में केवल औपचारिकता पूर्ण होनी है, ऐसे में कांग्रेस के विपक्षी पार्षदों की कोई हलचल सुनाई नहीं दे रही है जब तक सम्मेलन की तारीख तय नहीं हुई थी तब तक तो सत्ता पक्ष को घेरने और बैठक हंगामेदार होने की गतिविधियां मीडिया तक पहुंचाई जा रही थी परंतु विपक्ष अब किस तरह सत्ता पक्ष को किन.किन मुद्दों पर घेरेगा यह सब मीडिया के सामने नहीं आ रहा है जब कि बैठक को बहुत कम समय बचा है पार्षदों तक एजेंडे और प्रस्तावित बजट की प्रतियां भी सचिवालय पार्षदों को पहुंचा चुका है इसके बाद भी कुछ साफ नहीं है कि विपक्ष की ओर से 10 माह बाद होने वाली बैठक कितनी हंगामेदार होगी जिस पर सस्पेंस बना हुआ है क्या बैठक से पहले ही विपक्ष ने हथियार डाल दिए ऐसी जन चर्चा सुनाई दे रही है।