बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) सावन की रिमझिम फवारों के बीच ताप्ती नदी के उद्गगम स्थल पर होने वाली धुआंधार बारिश और बैतूल के पारस ढोह डैम के गेट खोले जाने से ताप्ती नदी के जल स्तर में हो रही जल वृद्धि का असर बुरहानपुर में देखने को मिल रहा है जिले में धीमी मध्यम गति से हो रही बारिश के बीच ताप्ती नदी उफान पर होकर खतरे के निशान को छूकर बह रही है ताप्ती नदी के खतरे का निशान 220 मीटर के करीब है आमतौर पर ताप्ती नदी के राजघाट पर बने लाल देवल मंदिर के डूबने को ही खतरे का निशान माना जाता है तथा ऐसा भी कहा जाता है कि लाल देवल के करीब नदी का जलस्तर पहुंचते ही गुजरात के सूरत शहर में भी अलर्ट जारी कर दिया जाता है रविवार देर शाम से ताप्ती नदी के जल स्तर में हो रही वृद्धि को ध्यान में रखकर होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल कर नदी किनारे की बस्तियों में अलर्ट जारी कर निगरानी रखी जा रही है इसके साथ ही ताप्ती नदी पर बने जैनाबाद पुल पर भी आवागमन पर नजर रखी जा रही है जल स्तर बढ़ने पर यहां आवागवन बंद करना आवश्यक होता है अभी तक की बारिश में यह दूसरा अवसर है जब ताप्ती नदी उफान पर होने से उसके सभी घाट जलमग्न हो गए हैं