बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा से नाम सामने आने पर दोनों ही दलों में बगावत खुलकर सामने आ गई है कांग्रेस ने निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है यह नाम सामने आने के बाद कांग्रेस के दोनों गुट इसका विरोध कर अल्पसंख्यक को टिकट देने की मांग पर अपने पदों से इस्तीफा देकर कांग्रेस हाई कमान को अपना विरोध जाता रहे हैं तो भाजपा से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस का नाम सामने आने से यहां भी खुलकर विरोध सामने आया है यहां पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व,नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया जाना था परंतु पार्टी ने ऐसा नहीं कर भ्रष्टाचार के आरोप से घिरी तथा 2018 में निर्दलीय से चुनाव हारी अर्चना चिटनीस को ही टिकट देकर हर्षवर्धन के साथ विश्वास घात किया है बगावती सुर के बीच यहां जमकर शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला कांग्रेस का निर्दलीय को टिकट नहीं देने का विरोध इस के बावजूद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया उनके भोपाल से बुरहानपुर पहुंचने पर समर्थकों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर भारी शक्ति प्रदर्शन किया इसके बाद अर्चना चिटनीस भाजपा से टिकट लेकर बुरहानपुर पहुंची तो उनके भी हजारों समर्थकों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर उनका स्वागत कर शक्ति प्रदर्शन किया तो रविवार को हर्षवर्धन सिंह चौहान के बुरहानपुर पहुंचने पर उनके भी हजारों समर्थक रेलवे स्टेशन पहुंचे और अपनी शक्ति दिखाकर पार्टी को संदेश दिया के पार्टी ने उनके साथ विश्वास घात किया है उन्होंने यहां पहुंचने पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह निमाड़ की जनता के साथ दूसरी बार हुआ है पार्टी ने पहले कहा कि हारे प्रत्याशियों को टिकट नहीं देंगे और फिर ऐसा हारा प्रत्याशी जो निर्दलीय से चुनाव हार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा उसे टिकट दिया गया है उन्होंने कहा कि मैं सभी से चर्चा करूंगा जनता का सेवक हूं मालिक जो कहेंगे वह करूंगा भाजपा कांग्रेस की खुली बगावत के बीच चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो समय बताएगा लेकिन यह भी सच है कि भाजपा कांग्रेस से कोई निर्दलीय मैदान में उतरे लेकिन यह भी सच है कि दोनों ही पार्टियों में भीतरी घात से भी इनकार के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं।