बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शुक्रवार दोपहर से शुरू हुआ बारिश का दौरा शनिवार को भी जारी रहा जिसके चलते शहर से लगकर बहने वाली ताप्ती नदी पूरी तरह से उफान पर होकर अपना रौद्र रूप दिखा रही है जिले के साथ ही अन्य स्थानों पर होने वाली तेज बारिश और बैतूल स्थित डैम के गेट खोले जाने से ताप्ती नदी के जल में मध्य रात्रि के बाद तेजी से बढ़ोतरी होकर नदी खतरे के निशान से 10 मीटर से ऊपर बह रही है जिससे ताप्ती नदी के नागझरी पीपल घाट राजघाट खातून घाट सत्यारा घाट पूरी तरह डूब गए तथा नदी से लगी निचली बस्तियों में पानी भर गया सुबह होते-होते प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को निचली बस्तियों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा कर उनके रहने और भोजन की व्यवस्था कराई गई है कोई एक दशक के बाद ताप्ती नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया है जिसके चलते गरीब बस्तियों में भारी नुकसान हुआ है प्रशासन जहां मैदान में रहकर आवश्यक व्यवस्थाएं कर रहा है वही प्रशासन पर आरोप भी लग रहे हैं प्रभावित परिवार प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं पर आरोप लगा रहे हैं इस बीच जिला एवं पुलिस प्रशासन राजस्व अमला नगर निगम एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि लोगों की मदद में लगे हैं परंतु फिर भी प्रभावित उनकी सहायता नहीं करने के आरोप लगा रहे हैं ताप्ती नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद जिला प्रशासन की मुखिया जिला कलेक्टर भव्या मित्तल पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार सहित पूरा अमला मैदान में है लगभग 20 घंटे से अधिक समय से वर्षा का दौर कभी धीमी तो कभी तेज गति से से जारी है निचली बस्तियों में पानी भरने से लगभग 200 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं जिनकी गृहस्थी पानी में डूब गई है जिला प्रशासन ऐसे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर रखकर उन्हें भोजन आदि मुहैया करा रहा है एक दशक से अधिक समय के बाद ताप्ती नदी में आई बाढ़ ने जिले भर में तांडव मचा रखा है शहरी क्षेत्र में रहने वाली निचली बस्तियों में कोई 200 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं वहीं जिले के ग्रामीण अंचलों में भी ताप्ती नदी के किनारे बसे गांव भी इससे प्रभावित हुए हैं ताप्ती नदी में बाढ़ के चलते बैकवॉटर खेतों में घुसने से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने और प्रभावितों को राहत पहुंचाने के कार्य में जुटा हुआ है।