बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति गर्म है भाजपा अपने प्रत्याशी चयन में पूरी पारदर्शिता रखते हुए उम्मीदवारों के चयन के लिए प्रवासी विधायकों के दल के माध्यम से प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को अपना कर 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी नजर रखे हुए हैं इसके लिए पार्टी की ओर से सोशल मीडिया संयोजकों की नियुक्ति कर 2024 पर नजर जमाए हुए हैं लेकिन कांग्रेस में विधानसभा चुनाव को लेकर बयान बाजी तक ही राजनीति गर्म है मैदानी स्तर पर सन्नाटा छाया हुआ है भाजपा अपने विकास कार्य और जन कल्याण की योजनाओं को गिनाते हुए नहीं थक रही है पर कांग्रेस है कि आपसी वर्चस्व को लेकर खिचतान में लगी है आपसी संतुलन को बनाए रखने के लिए कांग्रेस के द्वारा जिला और शहर कांग्रेस अध्यक्षों पर कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किए गए लेकिन इसे भी समय हो गया अब तक कोई परिणाम सामने नहीं आए हैं जिले में कांग्रेस एक जुट होकर भाजपा के भ्रष्टाचार और उसकी असफलताओं को जनता के सामने गिनाते हुए नजर नहीं आई है फिर भला ऐसे में विधानसभा चुनाव के परिणाम क्या होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है जिले सहित प्रदेश की जनता बदलाव किस प्रकार लेगी जब उसे विपक्ष आईना नहीं दिखाएगा कांग्रेस यह मानकर बैठ चुकी है कि जनता भाजपा के शासन से ऊब चुकी है और बदलाव चाहती है पर उसके लिए यह आवश्यक है कि कांग्रेस बीजेपी की विफलताओं और भ्रष्टाचार को आम जन के सामने रख माहौल बनाए अन्यथा परिणाम क्या होंगे यह सब जानते हैं।