बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नेपानगर नवरा वन परीक्षेत्र सिवल घाघरला नीम खेड़ी व आसपास के जंगलों में वन माफिया के द्वारा अवैध रूप से वनों की कटाई कर भूमि पर कब्जा करने के मामले को लेकर आदिवासियों का एक समूह जागृत आदिवासी संगठन के बैनर तले बुधवार दोपहर से सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर आदिवासियों ने कलेक्टर परिसर में धरना देकर घेर रखा है इन समाचारों के लिखे जाने तक 30 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी सामने नहीं आए हैं आदिवासियों की मांग है कि शासन-प्रशासन वनों के अतिक्रमणकारियों पर कोई कठोर कार्यवाही नहीं कर रहा है जिससे अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं बुधवार दोपहर से कलेक्टर परिसर में डेरा डाले आदिवासियों ने अपना चूल्हा चौका भी परिसर को बनाकर यहां भोजन की देग भी तैयार की जा रही है पुलिस प्रशासन इन आदिवासियों की चौकशी में दिन रात लगा है उन्हें वहां से हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है जंगल की अवैध कटाई रोकने की मांग में यह आदिवासी अपनी सांस्कृतिक लोकगीत गाकर शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने में लगे हैं लेकिन प्रशासन के कानों पर कोई जूं नहीं रेंग रही है वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग अतिक्रमण कारी आदिवासियों की धरपकड़ में लगा है इसी बीच जंगल कटाई की सूचनाएं भी निरंतर मिल रही हैं वनों की कटाई में लगे आदिवासी उग्र होकर पुलिस और वन अमले पर घातक हमले कर उन्हें जंगल से खदेड़ रहे हैं जो नक्सलवाद की ओर संकेत है इन आदिवासियों को किस का सपोर्ट है यह जांच का विषय है वही इस पूरे मामले पर आदिवासी संगठन की नेता माधुरी बेन का कहना है कि शासन-प्रशासन वन अतिक्रमणकारियों को समझाइश देने उन तक जा रहा है लेकिन वनों की कटाई को रोकने की गुहार लेकर उनके पास पहुंचे आदिवासियों की बात सुनने को अधिकारियों के पास समय नहीं है जो बड़ी विडंबना है।