बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नेपानगर के नवरा रेंज में घाघरला सिवल बाकड़ी साईं खेड़ा पानखेड़ा व आसपास के लगभग 30 किलोमीटर के जंगल में दो हज़ार हेक्टेयर का जंगल साफ कर उस पर अतिक्रमण किया जा रहा है जिले के बाहर से आए अतिक्रमण कारी जो सैकड़ों की संख्या में है जंगल की कटाई कर उसे बर्बाद कर रहे हैं पर शासन-प्रशासन कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं कर रहा है जिसका विरोध जागृति आदिवासी संगठन की माधुरी बेन ने बड़े पैमाने पर कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध जताया और जंगल कटाई को रोकने की गुहार लगाई जिसमें निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने भी आदिवासी जागृत संस्था की माधुरी बेन के सुर में सुर मिला कर इस आंदोलन में साथ देने का वादा किया अवैध रूप से वनों की कटाई में लगे अतिक्रमणकारीयों को जंगल से खदेड़ने और उनके आत्मसमर्पण के दावों की नूरा कुश्ती की पोल उस वक्त खुलकर सामने आती है जब इसके दूसरे ही दिन फिर सैकड़ों पेड़ कट जाते हैं शासन-प्रशासन इन अतिक्रमण कारी आदिवासियों पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं कर रहा है जिसका परिणाम है कि कभी अतिक्रमणकारियों को जंगल से खदेड़ने का दावा सामने आता है तो कभी खुद ही अतिक्रमण कारी आत्मसमर्पण करते हैं पर इस पूरे मामले का सच किसी के सामने नहीं आ रहा है एक ऒर आदिवासी स्वयं भूमि की लालच में वनों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं तो दूसरी ओर जन जागृति संस्था जो आदिवासियों की संस्था है वह जंगलों की अवैध कटाई पर प्रशासन को जिम्मेदार मानकर घंटों कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर सरकार को जिम्मेदार बता रही है आखिर यह नूरा कुश्ती कब तक प्रशासन कोई प्रभावी कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा,,,,?