बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) पावर लूम से जुड़े साइजिंग कैलेंडरिंग और प्रोसेसिंग यूनिटों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानक नियमों का पालन किया जाना चाहिए परंतु उद्योग संचालक नियमों की अनदेखी कर उद्योगों का संचालन करते हैं जिससे उद्योगों की चिमनीओं से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण फैलाता है वही उद्योगों से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से मवेशियों और मानव शरीर को नुकसान की संभावना होती है उद्योगों को बॉयलर में जलाने के लिए लकड़ी का उपयोग करना चाहिए साथ ही पानी का ट्रीटमेंट कर उसे छोड़ा जाना चाहिए परंतु उद्योग संचालक इसकी अनदेखी कर रहे हैं जिसको लेकर बोर्ड को होने वाली शिकायतों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक दल ने गुरुवार को यहां पहुंच कर अचानक 15 से अधिक उद्योगों की जांच शुरू कर पानी के सैंपल लिए जिससे उद्योग संचालकों में हड़कंप मच गया शहर में रहकर 2 दिनों तक टीम ने जांच कर पानी के सैंपल लेकर रवाना हुई अब जांच के बाद दोषी उद्योगों पर कार्रवाई होगी दरअसल उद्योग नगर की चिमनीओं से निकलने वाले जहरीले धुएं और केमिकल युक्त पानी को ट्रीटमेंट किए बगैर छोड़ने को लेकर पहले भी शिकायतें सामने आई हैं उद्योग संचालक बॉयलर में लकड़ी के स्थान पर गन्ने की बगास अन्य वस्तुओं को जलाने से वायु प्रदूषण अधिक फैलता है इस वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उपकरण लगाना अनिवार्य है परंतु अनेक उद्योग में इसके लगे होने पर उसके काम नहीं करने की भी बात सामने आई है गुरुवार को बुरहानपुर पहुंचे इंदौर भोपाल के अफसरों ने उद्योग नगर में घूम कर उद्योगों का निरीक्षण किया अब अपनी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को देखकर दोषी उद्योगों पर कारवाही करेंगे इस टीम के वैज्ञानिक अधिकारी ने बताया कि उद्योगों की जांच में कुछ मामले सामने आए हैं वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर कार्यवाही की जाएगी 2 दिनों तक बोर्ड के अफसरों के शहर में रहने से उद्योग नगर में अनेक उद्योग में मशीनें बंद रही तथा संचालकों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।