बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) वर्ष के अंत से पूर्व प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होना है इसको लेकर भाजपा कांग्रेश सहित अन्य राजनीतिक पार्टियां अपनी बिछात बिछाने की तैयारी में जुट गई है भाजपा इसमें अब तक आगे दिखाई दे रही है वहीं कांग्रेस भी चुनाव को लेकर कमर कसते हुए नए शहर एवं जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर कांग्रेश को स्थायित्व दिया है लेकिन बुरहानपुर जिले में यहां अब भी कांग्रेश गुटों में बटी दिखाई दे रही है नेताओं के अपने ईगो के चलते कोई भी गुट आगे आकर एक बिछात पर बैठने को तैयार नहीं है जिसका ताजा उदाहरण यहां 26 जनवरी के एक आयोजन में देखने को मिला जब कांग्रेश के एक गुट ने पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष तिरंगा लहरा कर पार्टी अध्यक्ष के संदेश का वाचन किया तो थोड़े समय के बाद उसी स्थान पर कांग्रेश के दूसरे गुट ने गांधी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए पार्टी एक स्थान एक लेकिन आयोजन दो इस पर दोनों ही गुट गोलमाल बात कर सच्चाई को नकार रहे हैं ऐसे में जबकि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं फिर भी कोई अपनी अना नहीं छोड़ रहा है तो भला ऐसे में कमलनाथ के मिशन 2023 को किस प्रकार पूरा किया जा सकता है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ प्रदेश जीतने की बात कर रहे हैं लेकिन जिलों में कांग्रेश एकजुट होने को तैयार नहीं है यहां नई नियुक्ति के बाद कार्यकर्ताओं की फौज की कमी देखी जा रही है जबकि युवाओं की फौज ही चुनाव को दशा और दिशा देखकर तय करते हैं भाजपा और कांग्रेस जिस ताकत के साथ चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं वहीं निर्दलीय भी चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी के साथ हैं बस उन्हें इंतजार होगा तो पार्टी टिकटों के ऐलान का।