बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) दो वर्ष विलंब से हुए नगर निगम के चुनाव के बाद उम्मीद जागी थी कि अब नगर विकास के कार्यों को गति मिलेगी लेकिन नगर सरकार के गठन को लंबा समय बीत चुका है लेकिन अब तक परिषद की बैठक का कहीं कोई पता नहीं नगर निगम अध्यक्ष अनीता अमर यादव यह दावा कर चुकी है कि बैठक जल्द होगी इसके बावजूद अब तक परिषद बैठक को लेकर कहीं कोई सुगबुगाहट नहीं है। संविधान की अगर बात करें तो अब तक दो बैठकों का आयोजन हो जाना चाहिए था परंतु जहां इस और सत्तापक्ष का कोई ध्यान नहीं होकर बैठक बुलाने में लापरवाही की जा रही है तो वहीं दूसरी और सत्तापक्ष की लापरवाही पर विपक्ष की भी कोई नकल नहीं कसी गई है जिसके चलते शहर विकास थमा हुआ है। नवनिर्वाचित पार्षद वार्ड की समस्याओं को लेकर परेशान है सफाई पानी प्रकाश के साथ ही वार्डों में नाली संतर निर्माण नहीं होने से गंदगी और आवागमन बाधित है। नगर निगम चुनाव के बाद पहले एमआईसी गठन में राजनीति के चलते देरी तो फिर निगम अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राजनीति उसमें देरी लेकिन अब जबकि एमआईसी भी घटित हो चुकी है निगम अध्यक्ष का निर्वाचन होकर अनीता अमर यादव अध्यक्ष बन चुकी है तो फिर परिषद की बैठक में विलंब क्यों यह शहर वासियों की समझ से परे है क्या महापौर परिषद की बैठक आहूत करने से तथा सदन में उठने वाले मुद्दों से घबरा रही हैं अगर ऐसा नहीं है तो फिर परिषद की बैठक बुलाकर शहर की जलवंत समस्याओं पर चर्चा करानी चाहिए ताकि आम नागरिक को सुविधाएं मिले वार्डों में विकास कार्य स्वीकृत हो उनकी साफ-सफाई पानी की समस्याएं हल हो नगर सरकार के गठन के बाद भी विकास कार्यों में देरी परिषद की बैठक का नहीं होना इस पर विपक्ष को नकेल कसनी चाहिए तब आम नागरिक को लाभ होगा।