बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) आईटी की इस तेज रफ्तार जिंदगी में आज की युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति को भूल रही है युवा पीढ़ी में गुजराती संस्कृति को जिंदा रखने उन्हें समाज और संस्कृति से जोड़े रखने के लिए वृद्ध गुजराती समाज के द्वारा समय-समय पर अनेकों आयोजन किए जाते हैं उसी में गरबा डांडिया रास भी एक है युवा पीढ़ी में गुजराती संस्कृति जागृत रहे इसके लिए शुक्रवार 14 अक्टूबर को रात्रि में समाज के द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर लाइव आर्केस्टा डांडिया रास का ओपन इन ऑल कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है यह जानकारी समाज के अध्यक्ष एवं पूर्व नगर निगम अध्यक्ष मनोज तारवाला ने यहां मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1981 से व्रद्ध गुजराती समाज की स्थापना स्वर्गीय रसिकलाल तारवाला जी ने की थी तब से आज तक समाज की उन्नति के लिए अनेकों कार्य किए वर्तमान में गुजराती समाज के साथ अन्य गुजराती भाषी समाज के लोगों को भी इसमें जोड़ कर सभी के लिए यह लाइव आर्केस्टा डांडिया रास का आयोजन हो रहा है जो बुरहानपुर में प्रथम बार है इस आयोजन के संबंध में समाज के अध्यक्ष तथा व्रहद गुजराती समाज के जिम्मेदारों ने यहां संयुक्त रूप से बताया कि वर्तमान युवा पीढ़ी गुजराती संस्कृति से दूर होती जा रही है उसे गुजराती संस्कृति से जोड़े रखने के उद्देश्य से यह लाइव डांडिया रास का आयोजन हो रहा है जो ओपन इन ऑल सभी गुजराती भाषी शामिल होकर डांडिया रास में शामिल हो सकते हैं परंतु डांडिया रास में भाग लेने हेतु केवल गरबा वेशभूषा में ही प्रवेश दिया जाएगा वृद्ध गुजराती समाज के अध्यक्ष मनोज तारवाला एवं अन्य ने सभी से अपील की है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होकर माता रानी की आराधना का लाभ उठा सकते हैं यह आयोजन लालबाग रोड स्थित एक मैरिज गार्डन में किया जा रहा है जिसमें एंट्री पास के द्वारा ही दी जावेगी।