बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) लगभग दो माह से लंपी वायरस जिले में सक्रिय है जिसकी चपेट में आकर एक सैकड़ा से अधिक गोवंश की मृत्यु हो चुकी है सैकड़ों इसकी चपेट में है लेकिन पशु चिकित्सा विभाग इसे हल्के में ले रहा है अगर ग्रामीणों की माने तो विभाग मृत गोवंश के आंकड़े छुपा कर संक्रमित पशुओं के आंकड़े भी सही नहीं बता रहा है वायरस का असर ग्रामीण अंचलों में अधिक है जिससे पशु पालक किसान भयभीत है इस वायरस से संक्रमित होने पर 10 से 15 दिन में पशु की मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं ग्रामीण अंचलों में अब तक विभाग का अमला पूरी तरह नहीं पहुंचा है संक्रमित गोवंश के बच्चों को पशुपालक बॉटल से दूध पिला उन्हें संक्रमित होने से बचाने के प्रयास कर रहे हैं जिले के दर्जन भर से अधिक ग्राम ऐसे हैं जहां वायरस का प्रकोप ज्यादा है यहां अब तक विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे हैं पशुपालक इलाज के अभाव में टोने टोटके कर पशुओं को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिन ग्रामों में लंपी वायरस का अधिक प्रभाव है वहां संक्रमित पशुओं को पृथक रखने की भी कोई व्यवस्था नहीं है पशुपालक सवयं ऐसे पशुओं को अलग बांधकर दूर रखने का प्रयास कर रहा है लंपी वायरस से ग्रस्त पशुओं के अलग रखने और उपचार करने को लेकर अब तक ग्राम पंचायतें भी आगे नहीं आई हैं ग्राम में कितने गोवंश संक्रमित हैं कितने गंभीर बीमार हैं तथा कितने गोवंश की संक्रमण से मौत हो चुकी है ऐसा कोई आंकड़ा ग्राम पंचायतों के पास नहीं है सारा मामला पशु चिकित्सा विभाग के लापरवाह अफसरों पर छोड़ रखा है जिले में कलेक्टर इस मामले को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं फिर भी पशुओं के संक्रमित होने का मामला कम होता दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि शहर हो या फिर ग्राम संक्रमित पशु अब भी खुलेआम घूम कर वायरस को फैलाने में बढ़ावा दे रहे हैं जिस पर लगाम लगाना आवश्यक है।