बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) कोरोना काल से पीड़ित पालक अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंतित है उस पर निजी स्कूलों में प्रतिवर्ष पाठ्यक्रम की पुस्तकों को बार-बार बदल कर पालको पर आर्थिक बोझ डाला जाता है निजी स्कूल संचालक हर वर्ष एक ही पाठ्यक्रम को अलग-अलग लेखकों की पुस्तकों को बदलकर पढ़ाने का गोरख धंधा कर रखा है निजी स्कूलों में भी एन सी आर टी सी की बुक को पाठ्यक्रम में शामिल कर उससे अध्ययन कार्य कराया जाए ताकी जहां एक और पालकों का आर्थिक बोझ कम होगा वही पुस्तक दान महादान अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा यह मांग कलेक्टर की जनसुनवाई में राजपुरा वार्ड की निवर्तमान पार्षद सरिता राजेश भगत ने एक ज्ञापन देकर उठाई है उनका कहना है कि निजी स्कूल संचालक ऐसा कर भारी कमीशन खोरी का गोरख धंधा कर रहे हैं निजी स्कूलों को 3 माह पूर्व पाठ्यक्रम में शामिल पुस्तकों की सूची को सार्वजनिक करना चाहिए इसके लिए बीआरसी स्कूलों को आदेश भी जारी कर चुके हैं लेकिन उसके बाद भी निजी स्कूल संचालक जानबूझकर इस मे देरी कर रहे हैं निवर्तमान पार्षद ने कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर हेमलता सोलंकी को देखकर मांग की है कि पालको के हित में ऐसा किया जाना आवश्यक है इससे जहां एक और पालक आर्थिक बोझ से बच सकेंगे वही दूसरी ओर पुस्तक दान की भावना से ऐसे गरीब परिवार के बच्चे दूसरों से पुस्तक दान में लेकर पढ़ाई कर सकेंगे।