बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) संक्रमण की तीसरी लहर में ओमी क्रोन सबसे तेज गति के साथ फैल कर लोगों को संक्रमित कर रहा है। इसी का परिणाम है कि जिले में प्रतिदिन आने वाले आंकड़े चौका रहे हैं जिले का ग्रामीण अंचल इन दिनों संक्रमण की चपेट में है रोज आने वाले आंकड़ों में अंचल के मरीज भी शामिल हैं लेकिन ग्रामीण अंचलों में मास्क और दो गज दूरी के सिद्धांत को नजरअंदाज किया जा रहा है ग्रामीण स्तर पर ग्राम पंचायतों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रमों का भी आभार देखा जा रहा है। शासन स्तर पर मेले तमाशों पर तो रोक लगाई गई है फिर भी यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं ग्रामीण हाट बाजार भी अपनी पूरी क्षमता के साथ लग रहे हैं जहां मास्क नहीं लगाने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है संक्रमण की इस तीसरी लहर में जानकार बता रहे हैं की बड़े शहरों को छोड़ ग्रामीण अंचलों में संक्रमण का प्रभाव अधिक होगा जिसमें कम आयु वर्ग के बच्चों के चपेट में आने की आशंका जताई गई है संक्रमण की तीसरी लहर का पीक जनवरी के अंतिम सप्ताह से आरंभ होकर फरवरी के अंत तक रहने की संभावना जताई गई है जनवरी और फरवरी ग्रामों के लिए सर्द है ऐसे में यहां सर्दी खासी और बुखार के अधिक मामले सामने आने से इनमें कोरोना के लक्षण होने से इनकार नहीं किया जा सकता शासन प्रशासन का धयान जहां शहर में अधिक है वहीं ग्रामीण अंचलों पर कम यहां आवागमन के साधनों से लेकर हाट बाजार तक में कोरोना गाइडलाइन को फॉलो नहीं किया जा रहा है और यही कारण है कि प्रतिदिन आने वाली रिपोर्ट में ग्रामीण अंचलों के मरीज अधिक सामने आए हैं जनवरी के प्रारंभ से जिले में कोरोना ने दस्तक दी और मरीज सामने आए तब से अब तक निरंतर मामले सामने आ रहे हैं लेकिन कोरोना का यह कौन सा प्रकार है इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग अब तक नहीं कर सका है जिसके चलते जो मरीज सामने आ रहे हैं उनमें ओमीक्रोन का वायरस माना जा रहा है शासन प्रशासन को चाहिए कि संक्रमण की तेज गति को ध्यान में रख ग्रामीण अंचलों में जागरूकता कार्यक्रमों को तेजी के साथ चलाया जाए ताकि ग्राम में कोरोना की तेज गति पर लगाम लगाई जा सके।