बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जन जागृति आदिवासी संगठन के बैनर तले कोई दो हज़ार से अधिक आदिवासियों ने रैली निकालकर जिला कलेक्टर परिसर में धरना दिया आदिवासियों की नेता माधुरी बेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश और केंद्र की सरकार आदिवासियों के पूर्वजों को पूज कर राजनीति कर रही है परंतु आदिवासियों की मांगों पर ध्यान नहीं देकर उनके साथ न्याय नहीं कर रही है माधुरी बेन का कहना है कि वनों की कटाई में वन अफसरों का हाथ है और दोष आदिवासियों को दिया जा रहा है उन्होंने कहा की वह उन अफसरों के नाम उजागर करेंगी जो वनों की कटाई करा रहे हैं पेसा कानून और वन अधिकार अधिनियम नियम वर्षों से संदूक में बंद है वन भूमि के पट्टे के दस हज़ार से अधिक मामले लंबित हैं सरकार उनका निराकरण नहीं कर रही है सरकार आदिवासियों को अधर में लटका कर चुनाव के समय फायदा लेना चाहती है उनकी मांग है कि वन अधिकार कानून के तहत आदिवासियों को पट्टों का निराकरण करना चाहिए उन्होंने सरकार की इस नीति का भी विरोध किया कि वाह जंगलों को निजी कंपनियों को सौंप कर आदिवासियों को जंगलों से बेदखल करना चाहती है वन भूमि पर आदिवासियों का अधिकार है उन्हें वन भूमि पर पट्टे देना चाहिए शासन-प्रशासन आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं कर रहा है पेसा कानून और वन अधिकार कानून तो सरकार ने आदिवासियों के लिए बनाए हैं लेकिन यह दोनों कानून वर्षों से संदूक में बंद है सरकार को चाहिए कि वह आदिवासियों के हित में कार्य करें।