बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) बढते तापमान गिरते जल स्तर और मां ताप्ती के सुकडते पाट को ध्यान में रख शहर का र्गुजर समाज आगे आया है। समाज के युवाओं और बुर्जुगो ने ताप्ती नदी पर बोरी बंधान कर व्यर्थ बहने वाले पानी को रोकने का प्रयास किया है, हमारे द्वारा इस को लेकर विस्तार से खबर प्रकाशित की गई थी इस उम्मीद के साथ कि सम्बंधित विभाग आगे आकर ताप्ती नदी के व्यर्थ बहते पानी को बोरी बंधान और इस नदी पर बने बैराज के गेट बंद कर पानी रोकने का प्रयास करेगा मगर शर्म उनको नही आती जो इस के लिए जिम्मेदार है। वहीं शहर के गुर्जर समाज ने ताप्ती के बहते पानी पर उसे रोकने का संज्ञान लिया और बोरी बंधान कर जल संरक्षण का प्रयास किया वैसे तो इस कार्य को बहुत पहले किया जाना था परंतु देर से ही सही जल संरक्षण के नारो से निकल जमीनी स्तर पर कार्य किया गया। इस सम्बंध में समाज के विनायक पाटिल ने बताया कि जल संरक्षण को ध्यान में रख इस पुनीत कार्य को किया गया है, वहीं उन्होने इस अवसर पर जल सरंक्षण और समाज को एक जुट रखने की शपथ भी ली और कहा कि इस पुनीत कार्य में सभी समाज जनों को आगे आकर प्रशासन के द्वारा केवल जल संरक्षण और पानी बचाव के नारे दिए जाते है परंतु जिम्मेदार विभागो के द्वारा समय रहते यदि नदीयों पर बैराज बोरी बंधान जैसे कार्यो को समय रहते जन सहयोग लेकर किया जाऐ तो जिले को जल संकट से बचाया जा सकता है।