बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) आलमगंज वार्ड में नगर निगम के द्वारा लघु बिक्रीय केन्द्र का निर्माण कराया गया था, जिस पर अनुसूचित जाती मोर्चे के पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस नेता विनोद मोरे के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर वहां से बालय खोल दिया गया था। इस भवन को अतिक्रमण से मुक्त कराने नगर निगम और तहसील का अमला मौके पर पहुंच कर भवन को अपने कब्जे में लेकर ताला डाला गया, जिस के विरोध में अनुसूचित जाति मोर्चे के जिला अध्यक्ष के समर्थको ने इस का विरोध करते हुए मामले को समाजिक रूप देने का प्रयास कर महापुरूष की फोटो का अपमान लगाते हुए नगर निगम अफसर और तहसीलदार के साथ झूमा झटकी कर मामले को तूल दिया गया। इसी को लेकर तहसील कार्यालय में भी तोडफोड की कोशिश पर सिटी कोतवाली पुलिस ने 8 नाम जद लोगों सहित 20 से 25 लोगों पर 353.147.452.188.270.51 के तहत नायब तहसीलदार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता के द्वारा बायोडीजल मामले में रंगदारी के 20 लाख की अवैध मांग के मामले में निंबोला पुलिस ने उन्हें गिरफतार कर जेल भेजा है, इस के बाद नगर निगम शासकीय सम्पत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त कराने पहुंचा इसी का बदला लेने के उददेश से कांग्रेस नेता के समर्थको ने यह विरोध किया, परंतु प्रशासन ने तहसीलदार मुकेश काशिव के नेत्रत्व में नगर निगम द्वारा र्निमित लघु विक्रय केन्द्र को अनुसूचित जाति नेता के कब्जे से मुक्त कराकर कब्जा प्राप्त किया, वहीं तहसीलदार मुकेश काशिव ने स्पष्ट किया की यह कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारीयों के आदेश से की गई यहां किसी प्रकार से किसी महापुरूष के फोटो का अपमान नही किया गया है। कांग्रेस नेता के समर्थको का आरोप निराधार है। इस के साथ ही समर्थको ने यहां मौजूद पत्रकारों के साथ भी झूमा झटकी कर उन्हें कवरेज करने से रोकने का प्रया किया, जिस से मीडिया जगत में भी नाराजगी है।