बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का दवा उस समय खोखला नजर आता है जब लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई में सरकारी कारिंदे काम के एवज में रिश्वत की राशि लेते पकड़े जाते हैं। बुधवार को भी यहां हिंगना ग्राम पंचायत में द्वार बनाने के बाद ठेकेदार के कार्य का मूल्यांकन करने के एवज ठेकेदार से 20 हजार की रिश्वत की मांग करते हुए रिश्वत की राशि की दूसरी किस्त लेते हुए आरईएस के उपयंत्री महेंद्र कोठारी को लोकायुक्त की इंदौर टीम ने धर दबोचा है। भाजपा का दावा है कि उसके शासनकाल में भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी परंतु यह पहला मौका नहीं जब आरईएस सहित अन्य विभागों में शासकीय कर्मचारियों के द्वारा काम के एवज रिश्वत नहीं मांगी जाती है ठेकेदार के द्वारा निर्माण कार्य पूरा होने पर संबंधित उपयंत्री ठेकेदार को परेशान कर 20 हजार की रिश्वत की मांग करता रहा उसके बाद ही बिलों की राशि भुगतान के लिए तैयार करेगा उपयंत्री के तीन माह से परेशान करने और राशि का भुगतान कराने की बात कह रहा था इसी के चलते ठेकेदार राजू वाघमारे ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस इंदौर को की गई जिस पर इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर आरईएस के उपयंत्री महेंद्र कोठारी को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना बनाकर उसे संजय नगर बुरहानपुर में एक चाय पान की टपरी पर चाय की चिस्की के साथ ठेकेदार राजू वाघमारे से रिश्वत की दूसरे किस्त 12 हजार लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया इंदौर पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई है।












