बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) केंद्र की जन औषधि योजना के तहत शहर सहित जिला अस्पताल में भी यह औषधि केंद्र रेडक्रॉस सोसाइटी के द्वारा एक निजी व्यक्ति के लाइसेंस पर संचालित है परंतु रेडक्रॉस और केंद्र संचालक के द्वारा यहां बिकने वाली जीवन रक्षक दवाओं का अभाव होने से मरीज बैरंग लौटने को मजबूर है। केंद्र संचालक का कहना है कि इन दवाओं के बनाने की प्रक्रिया प्रोसेस में है, अस्पताल से डॉक्टर जिन जेनेरिक दवाओं को लिखा जाता है वह अभी यहां उपलब्ध नहीं है, ज्ञात हो की केंद्र सरकार की जेनेरिक दवा योजना के तहत यह दवाई बाजार से 70 से 90 प्रतिशत तक सस्ती मिलती है, लेकिन समय पर केंद्र संचालक इन दवाओं को नहीं बुलाने के चलते यह स्थिति बनी है। केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा जन औषधि केन्द्रो को खोले जाने पर खूब वह वाही तो लूटी जाती है परंतु इन औषधि केंद्रो पर दवाओं के नहीं मिलने से इनका मखौल भी उड़ता है। जिला अस्पताल बुरहानपुर में भी जन औषधि केंद्र खोला गया है परंतु अकसर यह देखा गया है कि डॉक्टर की लिखी वह दवा यहां उपलब्ध नहीं होती है जिससे मरीज को वही दवाई एथिकल खरीदने से महंगे दाम चुकाने होते हैं अब जबकि जिला अस्पताल में यह केंद्र रेडक्रॉस सोसाइटी के द्वारा संचालित किया जा रहा है तो यहां सभी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध हो इस के लिए लाइसेंसी दवा विक्रेता को निर्देशित करें कि वह समय रहते दवाओं की डिमांड दे ताकि आभाव की स्थिति नहीं बन सके।