बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) धनतेरस और रूप चौदस के बाद गुरुवार को मनाई जाएगी दीपावली लक्ष्मी पूजा और घरों सहित व्यवसाय प्रतिष्ठानों में सजावट के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं गेंदे के फूल अन्य सामान के साथ ही गेंदे के फूल भी आसमान छूते भाव लोगों को महंगाई का एहसास कर रहे हैं शहर में इन फूलों की पूर्ति स्थानीय तौर के साथ जलगांव और इंदौर से होती है 60 से 100 रुपए किलो तक यह फूल बाजार में उपलब्ध है। बुधवार को रूप चौदस की पूजा और सजावट में इसके उपयोग को देखते हुए इसकी ग्राहकी अच्छी देखी गई। धार्मिक मान्यताओं को अगर माना जाए तो गेंदे के फूल भगवान विष्णु से लेकर माता लक्ष्मी तक की पूजा में महत्वपूर्ण माने गए हैं ऐसा माना जाता है कि इसकी हर पंखुड़ी में देवी देवता वास करते हैं गुरुवार को दीपावली पर्व और लक्ष्मी जी की पूजा का अपना एक अलग महत्व होता है दीप पर्व दीपावली के लिए जहां अब केवल कुछ समय का इंतजार है वहीं इसके लिए पूजा अर्चना और माता लक्ष्मी की अगवानी मनुष्य के जीवन में एक नया उजाला लाएगी जिसमें गेंदे के फूलों और उस से बनी माला जीवन में सकारात्मकता का संचार कराएगी।