बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शहर विकास के स्थान पर भाजपा और कांग्रेस अपनी राजनीति को चमकाने में लगी है परिषद बैठक राजनीति का अखाड़ा बनकर रह गई है 21 अक्टूबर की बैठक में जो कुछ हुआ उससे भाजपा और कांग्रेस संतुष्ट दिखाई नहीं दे रही है कांग्रेस इस बैठक की कार्यवाही को सत्ता पक्ष की हटधर्मी और चरसौबीसी मान रही है तो भाजपा इसे शहर विकास के मुद्दे से दूर भगाना बता रही है ऐसे में कांग्रेस ने भाजपा महापौर और पार्षदों पर एफ आईआर दर्ज करने के लिए कलेक्टर एसपी को ज्ञापन दिया है तो भाजपा भी पीछे नहीं उसने भी कलेक्टर को ज्ञापन देकर कांग्रेस की शिकायत की है 21 अक्टूबर की बैठक और अध्यक्ष अनीता अमर यादव की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर अब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें हटाने की कोशिश की जा रही है उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह दबाव में आकर सही निर्णय नहीं ले रही है नगर सरकार में बैठे निर्वाचित जनप्रतिनिधि शहर की चिंता छोड़ अपनी पार्टी की साख की चिंता में लगे हैं रूटिंग की परिषद बैठक 28 अगस्त के स्थगित होने के बाद महापौर माधुरी अतुल पटेल के आग्रह पर 21 अक्टूबर को विशेष बैठक आहत हुई लेकिन यह बैठक भी राजनीति का अखाड़ा बनकर फिर एक तरफा निर्णय लेकर स्थिति हुई तो नया राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है भाजपा कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगाकर आमने-सामने है शहर की जनता इस राजनीति के अखाड़े में चक्की के दो पाठ के बीच पिसने को मजबूर है