बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) पावरलूम बुनकरो की मजदूरी को लेकर अप्रैल 2024 में श्रम आयुक्त श्रीमती मेघा भट्ट के साथ टेक्सटाइल संचालक मास्टर विवर्स बुनकर संघ के अधिकारियों ने बैठक कर लंबी बहस के बाद 25-25 रुपए मजदूरी तय की गई थी उसके साथ ही टेप लेन सूत की घटटी पर भी चर्चा होकर तय पाया था कि जितनी टेप लेन उतनी मजदूरी और उतना सूत लेकिन अभी 4 माह का समय बिता लेकिन टेक्सटाइल संचालक बैठक में मंजूर मजदूरी से मुकर कर बुनकरो को अपने शोषण का शिकार बना कर फिर उन्हें आंदोलन पर उकसा रहे हैं, शहर में इसी के चलते 40% से अधिक पावरलूम कारखाने बंद है यहां का मजदूर पलायन को मजबूर है बुनकरो को परिवार पालना मुश्किल है उस पर बिजली बिलों की मार उसकी कमर तोड़ रही है पावरलूम के अन्य सेंटर भिवंडी मालेगांव इचल करंजी उचित उत्पादन कर रहे हैं परंतु बुरहानपुर का टेक्सटाइल संचालक मंदी बताकर श्रम आयुक्त के आदेश को ठेंगा बता कर कम मजदूरी और मनमानी टेप लेन पर काम करवा रहा है जिसके चलते एक बार फिर बुरहानपुर का पावरलूम उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच गया शासन प्रशासन बुनकरों की बिजली बिलों में सब्सिडी देने के बजाय बिजली बिलों में सुरक्षा निधि के नाम पर राशि वसूल कर रहा है बुनकरो के द्वारा बिजली बिल नहीं भरने पर विभाग बुनकरो के मीटर उखाड़ रहा है इन हालात के चलते पावरलूम मजदूर यूनियन आगामी एक सप्ताह के बाद फिर आंदोलन की राह इख्तियार कर शहर के पावरलूम बंद कर शहर की धड़कन पर ब्रेक लगाने को मजबूर होगा।