बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नगर निगम द्वारा शहर वासियों को शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2017 में ताप्ती जल आवर्धन योजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ जो अब तक पूरा नहीं हुआ है वर्तमान में इस योजना की पाइप लाइन का टेस्टिंग कार्य जारी है जिसके चलते इन लाइनों से सप्लाई होने वाले पानी को पीने योग्य समझ शहर वासियों के द्वारा उपयोग में लेने से शहर के अनेक वार्ड डायरिया होने के चलते उल्टी दस्त से पीड़ित होकर जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं जिनकी संख्या 100 से अधिक बताई जा रही है इसमें बच्चों की संख्या अधिक है दरअसल इस योजना की पाइप लाइनों की टेस्टिंग कार्य होने से नए दिए गए कनेक्शनों में पानी आने से लोगों के द्वारा इस पानी का उपयोग पीने में किया जा रहा है जिसमें क्लोरीन की मात्रा अधिक होने से उल्टी दस्त की समस्या आई है निर्माण एजेंसी के द्वारा जिन वार्डों में पाइप लाइनों की टेस्टिंग की जा रही है वहां किसी प्रकार की कोई मुनादी नहीं कराई गई के यह पानी पीने योग्य नहीं है ऐसी मुनादी करना आवश्यक है परंतु यहां नगर निगम के द्वारा भी कोई ध्यान नहीं दिया गया और शहर के अनेक वार्ड डायरिया की चपेट में आ गए जिला अस्पताल में उल्टी दस्त के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है और जिला एपीडोमोलॉजिस्ट रविंद्र सिंह राजपूत ने प्रभावित वार्डों के लिए टीम गठित कर वहां क्लोरीन और डायरियल टैबलेट की गोली के साथ ओआरएस के पैकेट बांटने की व्यवस्था कराई गई है साथ ही प्रभावित वार्डो से पानी के सैंपल लेकर पीएचई को जांच के लिए भेजे जाने की बात कही है उन्होंने कहा कि जल आवर्धन एजेंसी के द्वारा पाइप लाइनों की टेस्टिंग में जो पानी नलों में आया है उसमें क्लोरीन की मात्रा अधिक होने से ऐसा हुआ है।