बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) मध्य रेलवे की मुंबई नई दिल्ली रेल मार्ग की कोई 150 वर्ष पुरानी पठानकोट एक्सप्रेस काशी एक्सप्रेस जनता एक्सप्रेस रेल यात्री गाडिय़ों यात्रियों को रेल सुविधा उपलब्ध कराती आई है जिनकी समय.समय पर सुविधाओं में सस्ता सुंदर इजाफा हुआ है लेकिन यह पहला अवसर है जब रेलवे ने मुंबई नई दिल्ली मार्ग की पठानकोट अमृतसर एक्सप्रेस से यात्री सुविधा को छीनकर आम रेल उपभोक्ता की पहुंच से इस सुविधा को छीन कर इस डेढ़ सौ वर्ष पुरानी गाड़ी को वीआईपी गाड़ी बना दिया है पिछले 150 वर्षों में पठानकोट में रेल यात्री सुविधाओं को बढ़ाते हुए जनरल कोच की संख्या के साथ स्लीपर कोच की सुविधा बढ़ाने के साथ रिजर्वेशन कोटे में बढ़ोतरी की गई परंतु यह पहला अवसर है जब रेलवे ने इस गाड़ी में स्लीपर कोच की संख्या 8 से घटाकर केवल दो कोच कर उसके स्थान पर एसी कोच की संख्या बढ़कर यात्रा को महंगा किया गया है नई दिल्ली भोपाल मुंबई खंड की यह गाड़ी फास्ट पैसेंजर के नाम से भी जानी जाती है पठानकोट एक्सप्रेस अमृतसर से चलकर मुंबई तक 2045 किलोमीटर के सफर में 84 स्टेशनों पर रूक कर यात्री सुविधा उपलब्ध कराती है लेकिन कुछ समय पूर्व रेलवे ने अचानक इस ट्रेन के स्लीपर कोच कम कर ऐसी कोच लगाकर आम गरीब रेल उपभोक्ताओं से यात्री सुविधा छीनी है इसको लेकर निमाड रेल यात्री संघ ने रेलवे के इस निर्णय का विरोध करते हुए रेल मंत्री से मांग की है कि रेलवे का उद्देश्य केवल पैसा कमाना नहीं रेल सुविधा भी जनता को देना उसका दायित्व है नई दिल्ली मुंबई के बीच चलने वाले पठानकोट एक्सप्रेस का अधिकतर उपयोग गरीब और आम रेल यात्री उपयोग करता है रेलवे के इस निर्णय से इस मार्ग के रेल यात्रियों को असुविधा हुई है जिस पर रेल मंत्री को विचार कर इस गाड़ी में स्लीपर कोच की संख्या बढ़ाने के साथ कम दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए जनरल कोच की संख्या 2 से बड़ा कर 4 करनी चाहिए ताकि आम रेल उपभोक्ता इस गाड़ी का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सके।