बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शादियों के मौसम के साथ प्रदेश भर में बोर्ड परीक्षाओं का भी समय है विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर पढ़ाई में सर खपा रहे हैं लेकिन बारातों में डीजे के शोर ने सब कुछ सुन कर रखा है शहर की पॉश इंदिरा कॉलोनी हो या फिर शहर के मध्य सिंधीपुरा इतवारा वह अन्य क्षेत्र दिन हो या रात बारातों में डीजे की धूम मोहन सरकार के उस आदेश की भी धज्जियां उड़ा रही है जिसे मुख्यमंत्री ने अपने पद संभालते ही जारी किया था ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए लाउडस्पीकर और डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध लगाते हुए इसका समय आवाज़ स्थान सब कुछ निर्धारित करते हुए सक्षम अधिकारी की अनुमति को आवश्यक किया गया था तथा इस के खिलाफ वर्जी के लिए संचालक और आयोजक को जिम्मेदार बनाया गया था तथा इस आदेश पर अमल कराने के लिए सक्षम अधिकारियों की टीम बनाकर उन्हें आवाज मापक यंत्र भी उपलब्ध कराए गए थे परंतु समय के साथ अधिकारी और आयोजक डीजे संचालक सब कुछ भूल फिर पुराने धररे पर पूरी क्षमता के साथ डीजे का उपयोग ऐसे समय में किया जा रहा है जब बोर्ड एवं लोकल परीक्षाएं चल रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं डीजे संचालक बिना रोक टोक पूरी क्षमता के साथ डीजे बजाकर आदेशों की अहेलना कर रहे हैं मुख्यमंत्री के अपने आदेश में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करने के साथ अस्पताल शिक्षा संस्थान और धार्मिक स्थलों के निकट डीजे बजाने की पाबंदी की गई थी परंतु डीजे संचालक इसकी भी अनदेखी कर रहे हैं जिस पर जिला प्रशासन के जिम्मेदारों का भी कोई ध्यान नहीं है।