बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) डेंगू मलेरिया और टाईफाईट के बढते मरीजो की संख्या से अस्पताल में मरीजो की संख्या बढती जा रही है। जिस के चलते लोगों में डेंगू का भय सता रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के पैर पसारने के बाद अब शहरी क्षेत्र में भी डेंगू और मलेरिया के साथ टाईफाईट के मरीज सामने आने लगे है। शहर में सफाई व्यवस्था के चरमराने से जहां मच्छरों की भरमार है वहीं डेंगू और टाईफाईट के मामले भी सामने आने से जिले के सरकारी अस्पताल में मरीजो के बढने से बैड की समस्या के चलते एक प्लंग पर दो से अधिक मरीजो का उपचार किया जा रहा है। सब से अधिक गंभीर स्थिति बच्चा वार्ड की है यहां दो से अधिक बच्चों का उपचार एक पलंग पर किया जा रहा है। परिजन बच्चो और बडों के स्वास्थ को लेकर चिंतित है। शहर में डेंगू के मरीजो के मिलने से यहां भी डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। डेंगू संभावित मरीजो की संख्सा शहर में होने वाली साफ सफाई के ठीक प्रकार से नही होने मलेरिया को लेकर कीटनाशक दवाओं का छिडकाव और फौकिंग नही होना माना जा रहा है। नगर निगम द्वारा शहर में मच्छरों की भरमार पर फौकिंग नही कराना शहर में मलेरिया और डेंगू को निमंत्रण देने के समान है। इस के लिए अवश्यक है कि शहर में कीटनाशक दवाओं का छिडकाव कर सफाई व्यवस्था को चुस्त व दुरूस्त बनाया जाऐ। वार्डो में फैली गंदगी नालीयों के चोक होने से मच्छरों का प्रकोप बढ रहा है। जिस से मलेरिया और डेंगू संभावित मरीज सामने आ रहे है और यहीं कारण है कि अब ग्रामीण क्षेत्रों के बाद मलेरिया और डेंगू शहर में भी पांव पसार रहा है।