बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) कृषि उपज मंडी कर्मचारियों की हड़ताल से जहां मंडी परिसर में गंदगी का अंबार लगा है वही यहां होने वाली प्रतिदिन की फल सब्जी नीलामी पर भी पड़ा है किसान अपनी उपज को नीलम के लिए मंडी लेकर पहुंच रहा है पर यहां कर्मचारियों की हड़ताल से व्यवस्था नहीं होने से व्यापारी किसान की उपज को मिट्टी के मोल खरीदने के दाम लग रहा है जिस से किसान अपनी उपज को बिना नीलाम मंडी प्रांगण में फेकने पर मजबूर है दरअसल 16 सितंबर से मंडी कर्मचारियों की अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल होने से पूरी व्यवस्था चरमरा गई है किसान अपनी उपज तो मंडी में लेकर पहुंच रहा है पर उसे उचित दाम नहीं मिल रहे हैं ऐसे में जब इन दोनों टमाटर आलू व अन्य सब्जियों की अच्छी आवक है परंतु व्यापारियों की मनमानी से किसान अपनी टमाटर और आलू की फसल को फेंकने पर मजबूर है जबकि कुछ समय पूर्व ही टमाटर और आलू के साथ हरी मिर्च के दाम आसमान छू रहे थे जिसकी गूंज संसद तक सुनाई दी थी अब जब टमाटर आलू और मिर्च अच्छे उत्पादन के साथ बाजार में पहुंच रहा है तो व्यापारी मनमाने दाम लगाकर किसानों को अपनी उपज फेंकने पर मजबूर कर रहा है मंडी कर्मचारियों की हड़ताल के चलते यह व्यवस्था और गड़बड़ा गई है।