बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नेपानगर के घघरला वन क्षेत्र में बाहरी आदिवासियों के द्वारा पेड़ों की अवैध कटाई और वन भूमि पर अतिक्रमण का मामला सामने आने तथा अतिक्रमणकारियों को जंगल से खदेड़ने के मामले के बाद अब जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ वन विभाग भी सख्त हुआ है पिछले एक सप्ताह में प्रशासन की अतिक्रमणकारियों को जंगल से खदेड़ने की कार्ययोजना के चलते जंगल से फरार हुए अतिक्रमणकारियों के जंगल में पुनः प्रवेश को लेकर पुलिस जिला प्रशासन और वन विभाग ने संयुक्त रूप से निर्णय लेकर नीति बनाई है जिसके अंतर्गत नेपानगर के घाघरा सहित उस से लगे जंगलों में प्रवेश के चार रास्तों पर चौकी स्थापित कर जंगल में प्रवेश से पूर्व जंगल जाने का कारण बताना अनिवार्य किया गया है साथ ही जंगल क्षेत्र में प्रवेश से पूर्व आधार कार्ड की छाया प्रति जमा कराना भी अनिवार्य किया गया है इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार ने मीडिया से चर्चा में बताया कि वन क्षेत्र में वनों की कटाई और अतिक्रमण ना हो उसके लिए यह कार्यवाही की जा रही है वनों पर अतिक्रमण मामले में स्ट्रांग कार्रवाई हो इसलिए ऐसा किया जा रहा है ज्ञात हो कि घाघरला सहित उससे लगे जंगल के बड़े क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के द्वारा भारी मात्रा में जंगल काटकर वन भूमि पर खेती के लिए जमीन भी तैयार की जा रही थी लेकिन इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ ग्रामीणों के आक्रोश और प्रशासन की अतिक्रमणकारियों को जंगल से खदेड़ने की रणनीति के तहत इस क्षेत्र से अतिक्रमण कारी जंगल से फरार हो चुके हैं यह अतिक्रमणकारी पुनः जंगल में प्रवेश नहीं कर सके इसके लिए यह अनिवार्य किया गया है अब देखना यह होगा कि प्रशासन की यह नीति कहां तक सफल होती है।