बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नेपानगर वन क्षेत्र के ग्राम घाघरला मैं अतिक्रमणकारियों के द्वारा अंधाधुंध पेड़ों की कटाई का मामला वन विभाग के हाथों से निकलता जा रहा है वन विभाग को जिला प्रशासन का आवश्यक सहयोग नहीं मिलने से वह अतिक्रमणकारियों पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं। अतिक्रमण कारी तीर कमान की नोक पर वन अमले को जंगल में घुसने से रोक रहे हैं वही ग्रामीण भी वन अमले की कार्यवाही से नाखुश है तथा ग्राम में पहुंचे डीएफओ और वन कर्मचारियों को ग्राम में दिनभर बंधक बनाकर दबाव बनाया कि 300 से अधिक अतिक्रमणकारी घागरला के जंगल में घुसकर जंगल का नाश कर रहे हैं और विभाग कुछ नहीं कर पा रहा है डीएफओ ग्रामीणों को विश्वास दिलाते रहे लेकिन ग्रामीण नहीं माने उनका कहना है कि वन अमला अतिक्रमणकारियों पर कठोर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार वोट बैंक की राजनीति के चक्कर में कोई कार्यवाही नहीं करना चाहती है वन मंत्री स्वयं इस मामले को यह कहकर टाल चुके हैं कि क्या हम अपने ही लोगों को गोली मार दे अपने लोग है समझा लेंगे सरकार की इसी ढील पोल नीति का लाभ उठाकर अतिक्रमण कारी जंगल काटकर जमीन समतल कर उस पर कब्जा कर पट्टे की मांग कर रहे हैं नेपानगर वन परीक्षेत्र का पूरा जंगल इस समय अतिक्रमणकारियों के जंगल में है यहां वन अमला बेबस होकर मुख दर्शक तमाशा देख रहा है सरकार और जिला प्रशासन का आवश्यक सहयोग नहीं मिलने से अधिकारियों को ग्रामीणों के द्वारा बंधक बनाए जाने का भी शिकार होना पड़ा पर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने में सरकार का आवश्यक सहयोग नहीं है जिससे अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है।