बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) महिला बाल विकास विभाग के अधीन संचालित होने वाली आंगनबाड़ियों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की भर्ती को लेकर अलग ही नियम है यह भर्ती प्रक्रिया आंगनवाड़ी से शुरू होकर जिला पंचायत की समिति के निर्णय के बाद पूरी होती है इसी बीच यदि कोई अनियमितता सामने आती है तो इसकी अपील अपर कलेक्टर न्यायालय में कि जाकर मामले का पटा पेक्ष किया जाता है परंतु यह सारे नियम कायदे केवल फाइलों तक सीमित है भूतल पर इसका कोई असर नहीं ऐसा ही एक मामले को लेकर पात्र उम्मीदवार लगातार तीन माह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है सुनवाई नहीं होने पर पात्र उम्मीदवार ने इस की गुहार जिला कलेक्टर भव्य मित्तल से लगाई है जिस पर संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं दरअसल मामला ग्राम पंचायत खातला का है जहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती निकाली गई थी इस पद के लिए ग्राम की ही महिला जायु बाई ने आवेदन किया था परंतु इस पात्र महिला जो नियमों को पूरा करती है उसे नजरअंदाज कर ग्राम पंचायत से दूर अन्य गांव की एक महिला का चयन कर भर्ती प्रक्रिया के नियमों का उल्लंघन होने को लेकर जायु बाई लगातार तीन माह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं होने के चलते महिला और उसके पति ने पूरा मामला जिला कलेक्टर के संज्ञान में लाया तो कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए तथा पीड़ित पात्र उम्मीदवार को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह इस मामले को अपर कलेक्टर न्यायालय में पेश करें वहां उन्हें न्याय मिलेगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका भर्ती का या कोई पहला मामला नहीं है इसके पूर्व भी अनेक मामले सामने आकर भ्रष्टाचार उजागर हुआ है।