बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) तहसील कार्यालय के इतिहास में पहला ऐसा मामला उजागर हुआ है जहां अधिवक्ता ने शासकीय रिकॉर्ड में दुरुस्ती के लिए तहसीलदार का फर्जी मेमो फर्जी हस्ताक्षर और मुद्रा के साथ जारी कर कूटनीति से नामांतरण कर रिकॉर्ड दुरुस्त कराए इस मामले को लेकर प्रभारी तहसीलदार रामलाल पगारे की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने अधिवक्ता फरीद अहमद मुंशी जीशान एवं अन्य एक मोहम्मद असलम के विरुद्ध धारा 420 466 467 468 471 एवं 120 बी के तहत मंगलवार दोपहर को दर्ज किया है। प्रभारी तहसीलदार को उपनगर लालबाग माल के पटवारी द्वारा संदिग्ध मेमो होने की सूचना दी थी जिस पर मामलों की जांच की गई तो लालबाग माल ग्राम एमागिर्द एवं बोरगांव खुर्द के 40 से अधिक मामले सामने आने पर संबंधित प्रकरणों के प्रकारों को बुलाकर जांच में उन्होंने अधिवक्ता फरीद अहमद मुंशी जीशान और मोहम्मद असलम के नाम बताए हैं 40 से अधिक नामांतरण के मामलों के 15 से अधिक पक्षकारों के नोटिस शामिल होकर उनके बयान दर्ज किए गए हैं तथा शेष 20 से अधिक मामलों में पते गलत बताए गए हैं फर्जी मेमो और रिकॉर्ड दुरुस्ती मामले को कलेक्टर के संज्ञान में लाने के बाद प्रभारी तहसीलदार के द्वारा मामले का शिकायती आवेदन सिटी कोतवाली पुलिस को देकर धोखाधड़ी और चारसौबीसी का केस अधिवक्ता और उसके साथियों पर दर्ज कराया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद सूत्र बता रहे हैं कि इसमें अन्य और लोगों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है जो पुलिस जांच के बाद सामने आएगी तहसील मैं होने वाली धांधली आए दिन चर्चाओं में सुनी जाती रही है जिसके चलते यह मामला सामने भी आया है और अधिवक्ता सहित मुंशी और अन्य पर एफ आई आर दर्ज की गई है।