बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) दीपावली के दूसरे दिन शाहपुर एवं फोपनार में मेले की परंपरा है इस वर्ष भी मेले के आयोजन हेतु अनुमतिया प्राप्त की गई थी परंतु मेले के साथ ही बिना अनुमतियों के पहाड़ों की टक्कर का भी आयोजन किया गया जो अनुमति का उल्लंघन मानते हुए दोनों मेला समितियों के 11 जिम्मेदारों पर पुलिस ने धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया है ज्ञात हो कि पाड़ो की टक्कर को पशु कुर्ता के अधीन माना गया है जिसके चलते इस पर प्रतिबंध है इस मामले पर कोर्ट से भी प्रतिबंध लगाया गया है परंतु इसके बाद भी शाहपुर में प्रति वर्ष यहां पाडों की टक्कर का आयोजन होता आया है जिसमें जिले के गणमान्य जन जनप्रतिनिधि भी भाग लेते आए हैं इस वर्ष भी पाड़ों की टक्कर के अवसर पर शाहपुर एवं फोफनार में मेले के साथ पाडों की टक्कर भी कराई गई परंतु इसके लिए कोई अनुमति नहीं थी साथ ही पाड़ों की टक्कर में जिले के गणमान्य के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी इसमें भाग लिया यहां पुलिस द्वारा केवल धारा 188 के तहत मामला मेला आयोजकों पर बनाया गया है जबकि पाडों की टक्कर प्रतिबंधित है फिर भी पुलिस ने यहां अनदेखी की है इससे पूर्व भी पाडों की टक्कर में जनहानि भी हुई है तब भी यह मामला खूब चर्चा में रहा लेकिन इसके बाद भी पुनः यहां पाडों की टक्कर का आयोजन होकर पशु क्रूरता की गई जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए लेकिन पशु कुरता के इस आयोजन को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई जिस पर आयोजकों को विचार करना चाहिए।