बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नेपानगर नगर पालिका परिषद के स्थानीय चुनाव में कांग्रेस के 12 पार्षदों ने जीत दर्ज करा कर अपने दावे पर जीत की मोहर लगा दी है जबकि भाजपा केवल 10 सीटों पर ही जीत दर्ज करा पाई है वही दो निर्दलीय ने भी जीत दर्ज कराने में कामयाबी हासिल की है दरअसल भाजपा ने पूरे चुनाव में दावा किया था कि वह अपनी जीत को बरकरार रखेगी लेकिन यहां मुख्यमंत्री का दौरा भी भाजपा को सफलता नहीं दिला सका प्रदेश में 19 वर्षों से भाजपा का शासन है हजारों जनकल्याणकारी योजनाएं नेपानगर मिल को पुनः चालू कराने का श्रेय आदि ऐसे अनेकों वादों के बाद भी नेपानगर की जनता ने भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा है और 12 पार्षदों को जिताया है जिससे यह स्पष्ट है कि भाजपा की जमीनी पकड़ ढीली हुई है कांग्रेस के 12 पार्षदों की जीत के बाद यह तय माना जा रहा है कि यहां नगर सरकार कांग्रेस की बनेगी नगर परिषद के लिए जो दो निर्दलीय पार्षद जीत कर आए हैं वह कांग्रेस के संपर्क में होना बताया गया है कांग्रेस की नगर सरकार बनने के आसार के चलते पार्षदों की बड़ाबंदी भी की जा रही है भाजपा के लिए यह चिंता का विषय है कि वह सत्ता में रहते हुए बहुमत हासिल नहीं कर सकी जिससे एक बार फिर उजागर होता है कि पार्टी में बढ़ती गुटबाजी उस की जमीनी पकड़ कमजोर कर रही है भाजपा के जिलाध्यक्ष मनोज लधवे जो अपने कार्यकाल के सभी चुनाव जिताते आए हैं यहां उनकी पकड़ भी ढीली हुई है और यही कारण है कि नेपानगर नगर पालिका परिषद में वह बहुमत हासिल नहीं कर पाए अब जबकि चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं ऐसे में अब जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू होगी बहुमत के अनुसार भाजपा अपने पार्षद तो नहीं जिता पाई मगर जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर भाजपा क्या कोई नया गुल हिलाने की कोशिश करेगी इसके लिए इंतजार करना होगा। वही नेपानगर में कांग्रेस की मजबूत होती स्थिति को बरकरार रखने के लिए पार्टी नेताओं को समन्वय बनाए रखना जरूरी होगा।